Kisan andolan- किसान पंचायत में उमड़ा सैलाब, आंदोलन को मंज़िल तक पहुंचाने का लिया संकल्प

रामनगर से सलीम मलिक संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में रविवार को आयोजित “किसान पंचायत” Kisan andolan में उत्तराखंड व उप्र. के कई इलाकों से…

Kisan andolan

रामनगर से सलीम मलिक

संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में रविवार को आयोजित “किसान पंचायत” Kisan andolan में उत्तराखंड व उप्र. के कई इलाकों से इकट्ठा हुए हज़ारों किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को मंज़िल तक पहुंचाने का संकल्प लेते हुए अपनी एकजुटता का एहसास कराया।

पैंठपड़ाव में मुनीष कुमार के संचालन में आयोजित जनसभा के दौरान दूर-दूर से आये वक्ताओं ने केंद्र सरकार पर किसान आंदोलन Kisan andolan की अनदेखी करने की तोहमत मढ़ते हुए कहा कि इस शताब्दी का यह पहला आंदोलन है जिस पर विश्वभर के छात्र शोध कर रहें हैं। भविष्य में यह आंदोलन देश के स्वतंत्रता आंदोलन की तरह इतिहास में दर्ज होगा, जिसे पूरी दुनिया पढ़ेगी। लेकिन केंद्र सरकार इस महत्त्वपूर्ण आंदोलन को किसानों की ताक़त को जाने बगैर कुचलने के मंसूबे बना रही है, जिसका अंजाम सरकार के लिए ठीक नहीं होगा।

यह भी पढ़े..

Kisan andolan- रामनगर में किसान पंचायत को लेकर किया जनसंपर्क

किसान आंदोलन (Kisan andolan) उत्तराखंड के किसानों ने किया राजभवन कूच, दिए ज्ञापन

IMG 20210321 WA0019

यह भी पढ़े..

राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार लाई (Mera Ration) मेरा राशन मोबाइल एप्लिकेशन

Kisan andolan- केंद्र ने दिया नया प्रस्ताव, किसान आज करेंगे विचार

वक्ताओं ने कहा कि बीस सालों में उत्तराखंड के साथ गांव खेती बर्बाद होने के कारण खाली हो चुके हैं। नये कृषि कानून के चलते पूरे देश की यही स्थिति हो जायेगी। सरकार को पूरी तरह से असंवेदनशील बताते हुए कहा कि भोजन जैसी आवश्यक चीज को यह सरकार जनता के लिए जरूरी नहीं मानती, जिसके चलते खाद्य पदार्थों को इसने आवश्यक वस्तु अधिनियम की सूची से बाहर कर दिया है।

किसान आंदोलन Kisan andolan को बदनाम करने की कोशिशों की मुखालफत करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज़ादी के आंदोलन में कोई हिस्सेदारी न करने दोरंगे लोग तिरंगे के अपमान का झूठा आरोप देश के अन्नदाता पर लगाकर उसका अपनाम करने पर उतारू हैं।

वक्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए कहा कि खुद 35 साल तक भीख मांगकर गुजारा करने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पूंजीपति मित्रों के लाभ के लिए पूरे देश की जनता को भीख मांगने की स्थिति में ले जाना चाहते हैं। जिसे देश की किसान बिरादरी कभी नहीं होने देगी।

यह भी पढ़े..

Almora – वन पंचायतें उत्तराखण्ड के वनों के सजग प्रहरी, विश्व वानिकी दिवस(World Forestry Day) पर बोले डीएफओ

जनसभा को असित चौधरी, आशीष मित्तल, तेजेन्द्र सिंह विर्क, दीवान कटारिया, संतोष कुमार, सुखविंदर सिंह, दर्शन सिंह, तरुण जोशी, पीसी तिवारी, ललिता रावत, जोगेन्द्र सिंह, चौधरी बलजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, सतपाल सिंह, अवतार सिंह मोहम्मद शफी, इस्लाम हुसैन, दिगम्बर सिंह दर्जनों किसान नेताओं ने संबोधित किया।

यह भी पढ़े..

फटी जींस के बाद अब फिर उत्तराखण्ड के सीएम tirath singh rawat ने दिया विवादित बयान, बोले दो बच्चे पैदा किये इसलिये कम मिला राशन

कार्यक्रम में सितारगंज, खटीमा, नानकमत्ता, काशीपुर, बाजपुर, अल्मोड़ा, सल्ट, उप्र के कालागढ़, ठाकुरद्वारा, बिलासपुर, बरेली सहित कई स्थानों से आये लोगों ने हिस्सा लिया।

उत्तरा न्यूज youtube चैनल के इस लिंक पर क्लिक करें और पाएं ताजातरीन वीडियो अपडेट

https://youtube.com/channel/UCq1fYiAdV-MIt14t_l1gBIw