शारदीय ऋतु के आने का संकेत खतड़ुवा पर्व मनाया

डेस्क:- कुमाऊ क्षेत्र में ठंडे मौसम की शुरुआत का संकेत अश्विन माह की पहली तिथि से माना जाता है, इसी मान्यता के अनुसार मंगलवार को…

डेस्क:- कुमाऊ क्षेत्र में ठंडे मौसम की शुरुआत का संकेत अश्विन माह की पहली तिथि से माना जाता है, इसी मान्यता के अनुसार मंगलवार को पूरे कुमाऊं क्षेत्र में खतड़ुवा पर्व मानया गया, मान्यता के अनुसार आज एक खातड़ा यानि रजाई को ओढ़ने लायक जाड़ा होना शुरु हो जाता है| इसीलिए सभी लोग सामुहिक रूप से आग सेंक जाड़े को दूर भगाने का जतन करते हैं|
यह भी मान्यता है कि अश्विन की पहली तिथि या पैट से भगवान सूर्य कन्या राशि मे प्रवेश कर जाते हैं |शाम को गांव के चौराहे पर आग जलाई जाती है, सभी लोग वहां इकठ्ठा होते हैं, बारी बारी से आग को लांघा जाता है, उसमे खीरा चढ़ाते हैं बाद में सभी लोग स्वयं भी खीरा कहते हैं। ख़तड़ूवा शब्द की उत्पत्ति पहाड़ी शब्द “खांतड़” से हुई है जिसका अर्थ होता है “रजाई” यानि आश्विन मास से पहाड़ों में जाड़ा शुरू हो जाता है, और लोग अपने-अपने खांतड़ यानि रजाई निकाल लेते हैं। कुमांऊ के विभिन्न स्थानों पर इसे मनाया गया| घर में पाली गई गोधन की उन्नति की कामना को लेकर भी यह पर्व मनाया जाता है|