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पिथौरागढ़ में खोले केन्द्रीय विश्वविद्यालय

Newsdesk Uttranews
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 उच्च शिक्षा संस्थानों के मामले में सीमान्त जनपद उपेक्षित

केंद्रीय विवि खुलने से आसपास के जिलों को भी होगा लाभ

पिथौरागढ़। कुमाऊं में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय को पिथौरागढ़ जनपद में खोले जाने की मांग उठने लगी है। बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री को इस मांग से संबधित ज्ञापन भेजा।

जनमंच के संयोजक और पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भगवान रावत, पिथौरागढ़ महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष महेंद्र रावत और वर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश जोशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम आरडी पालीवाल को सीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि जनपद पिथौरागढ़ चीन.तिब्बत व नेपाल सीमा से लगे होने के बावजूद शिक्षा की अच्छी व्यवस्था न होने के कारण लगातार पलायन की मार झेल रहा है।

इस सीमान्त जनपद में उद्योगों व व्यवसायों की शून्यता होने के कारण आर्थिक विपन्नता है। जिसके चलते यहां का सामान्य अभिभावक अपने पाल्यों को उच्च शिक्षा के लिए हल्द्वानी]देहरादून व अन्य शहरों में नहीं भेज सकता। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा संस्थान के केंद्र इन शहरों में ही केंद्रित हो गए हैं जो राज्य निर्माण की भावना के विपरीत व पर्वतीय जनपदों की उपेक्षा को दर्शाता है।

लोगों का कहना है कि कुमाऊं के हर जनपद में पूर्व से ही राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान खोले गए हैं । लेकिन सीमान्त पिथौरागढ़ जनपद को इससे वंचित रखा गया है। पिथौरागढ़ में केंद्रीय संस्थान खुलने से बागेश्वर व चंपावत के कमजोर आर्थिक स्थिति वाले छात्रों को भी इसका फायदा मिलेगा। यही नहीं पिथौरागढ़ जनपद में उच्च शिक्षा का सारा बोझ संसाधनों की कमी झेल रहे पिथौरागढ़ महाविद्यालय पर जिसमें वर्तमान में 7 हजार से अधिक छात्र, छात्राएं शिक्षा के लिए निर्भर हैं। कहा है कि इतनी अधिक छात्र संख्या होने और सीमित संसाधनों के चलते शैक्षणिक गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित है और युवाओं के पास विकल्प सीमित हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की गई है कि इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पिथौरागढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय खोला जाना आवश्यक है जिसके लिए सीएम से संस्तुति प्रदान करने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व सभासद सुबोध बिष्टए छात्रसंघ कोषाध्यक्ष रमेश बिष्ट आदि शामिल थे।