जबरन सेवानिवृत्ति पर कार्मिक एकता मंच ने जताया आक्रोश, कहा— पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्यवाही करने वालों के विरूद्ध हो कड़ी कार्रवाई

कार्मिक एकता मंच

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karmik Ekta Manch expressed anger over forced retirement, कार्मिक एकता मंच

देहरादून, 23 अगस्त 2020 महिला एवं बाल विकास विभाग में 3 कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति देने का मामला गरमा गया है. सरकार के इस फैसले पर उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच में भयंकर आक्रोश है.

मंच के अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडे की अध्यक्षता में रविवार को आयोजित वेबिनार में महिला बाल विकास विभाग में 3 कार्मिकों को जबरन सेवानिवृत कर दिये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की.

कार्मिकों ने इस कार्यवाही को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया गया और पुरजोर मांग की गई कि अनिवार्य सेवानिवृति के मानक सभी लोकसेवकों के लिए समान रूप से लागू हों. वक्ताओं ने कहा कि पूर्वाग्रह होकर कार्यवाही करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई ​की जाए. (कार्मिक एकता मंच)

इसके अलावा वेबिनार में विकास के लिए जवाबदेही हेतु गोलज्यू के दरबार में लगी फरियाद पर शीघ्र सुनवाई के लिए जारी जनजागरण की समीक्षा की गई तथा तय किया गया कि इस हेतु आगामी 30 अगस्त से अल्मोड़ा स्थित गोलज्यू के मंदिर से जवाबदेही के लिए एकता के शंखनाद के साथ एकता यात्रा निकाली जाएगी. (कार्मिक एकता मंच)

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इस दौरान यात्रा के लिए गंगोत्री से गंगा जल भरा कलश लेकर आ रही टीम के आज उत्तरकाशी पहुंचने पर खुशी जाहिर की गई. राज्य के समूचे कार्मिक समुदाय में इस यात्रा को लेकर जबर्दस्त उत्साह है. मंच ने समूचे कार्मिक समुदाय से जनजागरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आने की अपील की गई.

वेबिनार में तय किया गया कि विकास में बाधक हड़तालों के प्रति जवाबदेही हेतु हड़ताल करने से पूर्व सभी विधायकों से इस पर सदन में चर्चा कराने का आग्रह किया जाएगा. (कार्मिक एकता मंच)

संचालन मंच के महासचिव दिगम्बर फुलोरिया ने किया. वेबिनार को संरक्षक पंकज कांडपाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार पाठक, मंडलीय संयोजक सीताराम पोखरियाल, मत्स्य निरीक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रवीद्र कुमार , प्रदीप पपनै, मनीष डंगवाल, मानवेन्द्र बर्थवाल, जयदीप चौहान, गणेश शर्मा, महादेव मैठानी, अरविंद, डॉ. ललित पाठक आदि ने संबोधित किया.