दिल्ली। मंगलवार से जहां पूरे देश में महिला आरक्षण की चर्चा शुरू हो गई है वहीं दूसरी ओर इसे लेकर अनेक सवाल भी खड़े होने लगे हैं। मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी सवाल उठाए हैं और इसे सरकार का राजनीतिक कदम करार दिया है। कहा कि अगर वर्तमान में जनगणना और परिसीमन नहीं हुआ तो महिला आरक्षण का क्या होगा।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा 2024 में इसका राजनीतिक फायदा लेना चाहती है, तो उसे 2014 में महिला आरक्षण विधेयक पेश करना चाहिए था, जब वह केंद्र की सत्ता में आई थी। कहा कि इस विधेयक को लागू करने से पहले जनगणना और परिसीमन करना होगा जो कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है।