मतगणना शुरू,काली कुमाऊं की एक सीट में एक अनार सात बीमार की स्थिति

मतगणना शुरू,काली कुमाऊं की एक सीट में एक अनार सात बीमार की स्थिति चम्पावत। निकाय चुनाव की मतगणना शुरू हुई स्थानीय स्तर पर हो रहे…

मतगणना शुरू,काली कुमाऊं की एक सीट में एक अनार सात बीमार की स्थिति

चम्पावत। निकाय चुनाव की मतगणना शुरू हुई स्थानीय स्तर पर हो रहे इन चुनावों का क्षेत्र की राजनीति में खासा असर रहा है। पहले ही दिन से प्रमुख रूप से दलीय और निर्दलीय प्रत्याशियों ने वोट और सपोर्ट के लिए जोड़-तोड़ करनी शुरू कर दी थी। इस बार के निकाय चुनावों में जिले के लोहाघाट नगर पंचायत सीट में भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों और चम्पावत पालिका सीट में भाजपा-कांग्रेस-निर्दलीयों के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिला। इसके अलावा जिले की दोनों मैदानी सीटों टनकपुर और बनबसा में त्रिकोणीय मुकाबले के संकेत आये हैं। चुनावी प्रचार के दौरान प्रत्याशियों की ओर से आम मतदाताओं को रिझाने के लिए अनेक तौर तरीके आजमाए गये। बावजूद इसके आम मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों को सोचने पर मजबूर कर दिया। इस सबके चलते सत्तासीन भाजपा के लिए निकाय अध्यक्ष की कुर्सी नाक का सवाल हो गई।

काली कुमाऊं के प्रवेश द्वार के मैदानी क्षेत्र नगर पंचायत बनबसा, नगर पालिका टनकपुर से लेकर पालिका चम्पावत और नगर पंचायत लोहाघाट तक निकाय चुनाव की सरगर्मियों में तेजी देखने को मिली । बुधवार के बाद अंतिम चरण के लिए लोहाघाट सहित चारों निकायों में भाजपा सहित कांग्रेस और निर्दलीय ने अपनी सक्रीयता अचानक तेज कर दी थी। इस दौरान लोहाघाट में क्षेत्रीय विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष राम दत्त जोशी सहित अनेक भाजपा नेताओं ने लोहाघाट नगर पंचायत अध्यक्ष पद हेतु भाजपा के पक्ष में वोट मांगे। इस सीट में अंत तक अध्यक्ष पद के लिए एक अनार सौ बीमार की स्थिति बनी रही। यहां भाजपा के दीपक ओली और निर्दलीय गोविंद वर्मा, बाबा मोहन तीर्थ, भूपाल सिंह मेहता के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिलेगा। जिले के निकाय की चारों सीटों में सबसे ज्यादा सात प्रत्याशी लोहाघाट सीट पर अंतिम समय तक अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल रहे। इस सीट पर आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशियों की संख्या के चलते मतदाताओं ने चुप्पी साधे रखी। ऐन वक्त पर आम मतदाताओं की चुप्पी के अनेक कयास लगाए गए।

चुनावी विश्लेशकों की मानें तो काली कुमाऊं के चम्पावत नगर पालिका परिषद सीट अध्यक्ष पद के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस में घमासान के साथ ही जिले की प्रमुख सीट बन गई। जहां मुख्य मुकाबला भाजपा के सज्जन वर्मा और कांग्रेस से विजय वर्मा के बीच देखने को मिला। इस सीट पर निर्दलीय रूप से प्रकाश तिवारी और प्रकाश पाण्डेय ने भी अपने अपने समीकरण फिट बैठा रखे थे। इसके अलावा लोहाघाट नगर पंचायत में भाजपा के अलावा सभी निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में रहे। यहां कांग्रेस की ओर से बिना सिंबल मूक समर्थन के बाद भाजपा ने अपनी ताकत झौंकनी शुरू कर दी थी। इस दौरान विभिन्न प्रत्याशियों की ओर से नगर के घर घर में वोट और सपोर्ट के लिए दस्तक दी गई। अल सुबह से देर शाम तक घर घर जाकर चुनाव प्रचार जारी रहा। अंतिम दौर में अध्यक्ष और सभासद सदस्य प्रत्याशियों ने प्रचार में तेजी दिखानी शुरू कर दी। बताते चलें शुक्रवार शाम पांच बजे बाद कानफोडू भौंपू से प्रचार बंद करने के सरकारी आदेश का बखूबी पालन हुआ।

राजनीतिक गलियारों में उबजी बयार के मुताबिक उधर टनकपुर और बनबसा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए वोट मांगे जाने के बाद से चुनाव और रोचक बन गया। यहां पर भाजपा के दीपक पाठक, कांग्रेस के हरीश भट्ट और निर्दलीय विपिन कुमार के बीच और बनबसा सीट में भाजपा की विमला सजवाण, कांग्रेस की उषा बिष्ट और निर्दलीय रेनू अग्रवाल के बीच त्रिकोणीय मुकाबले की खबर है। बताते चलें मैदानी क्षेत्र टनकपुर में पांच तो बनबसा में कुल छह प्रत्याशी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल रहे। कुल मिलाकर यह सत्तासीन भाजपा के लिए परीक्षा की घड़ी के रूप में सामने आया। इन सभी सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों की ओर से भाजपा वोट बैंक में सेंधमारी के संकेत मिल रहे हैं। निकाय चुनाव विश्लेशकों की मानें तो भीतरघात की स्थिति में भाजपा को जिले की चारों सीटें जीतने के लिए नाकों चने चबाने पड़ सकते हैं।

तुम १९ हम २० : अंत तक बने रहे बहुकोणीय मुकाबले के समीकरण
चम्पावत में इस बार निकाय चुनावों में बहुकोणीय समीकरण उभरकर सामने आए। मैदानी सीट टनकपुर और बनबसा में त्रिकोणीय, पहाड़ी क्षेत्र चम्पावत में चौकोणीय और लोहाघाट हाॅट सीट में सतकोणीय मुकाबला प्रमुख रहा। बताते चलें यहां प्रत्याशियों की ओर से अपनी चुनावी सरगर्मियां लंबे समय से‌ जारी रखी गईं हैं। जिसके परिणामस्वरूप अध्यक्ष पद पर कांटे का मुकाबला होना तय है।

प्रत्याशियों की अपील सोशल मीडिया के अलावा अपील पत्र के माध्यम से भी लगभग प्रत्याशियों ने अपनी बात मतदाताओं के सामने रखी। कुछ अपने पूर्ववर्ती विकास कार्यों को सामने लाकर तो कुछ प्रत्याशी नये संकल्प के साथ मैदान में उतरे। इन सभी निकायों में अनियोजित पेयजल, पसरी गंदगी, सीवर, वाहन पार्किंग, बच्चों के खेलने के पार्क व्यवस्था जैसे प्रमुख मुद्दे जोर पकड़ते गये।

मतगणना जारी है…….