joshimath Sinking: जोशीमठ को लेकर nrsc की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट अब नही दिख रही है।
गौरतलब है कि nrsc की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि जोशीमठ 27 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच 5.4 सेमी नीचे डूब चुका है।
रिपोर्ट में कहा गया था कि दो जनवरी से जोशीमठ में जमीन धंसने में तेजी आयी। लेकिन अब वेबसाइट पर यह रिपोर्ट नही दिख रही है।
क्या था इस रिपोर्ट में ?
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पवित्र शहर Joshimath की गंभीर स्थिति को बताते हुए कहॉ गया कि यह जगह कुछ दिनो के अंदर 5 सेमी के आसपास धंस गयी है। जिससे जुड़ी यह रिपोर्ट अब एनआरएससी (NRSC) की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है। इस पीडीएफ रिपोर्ट का लिंक अब काम नहीं कर रहा है।
National Remote Sensing Centre (NRSC) की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट में बताया गया था किअप्रैल,नवम्बर के बीच 7 महीने की अवधि में जोशीमठ शहर के अंदर 9 सेमी तक की धीमी गिरावट दर्ज की गई. इसरो (ISRO) की तरफ से शुक्रवार को जारी उपग्रह तस्वीरों में जोशीमठ में बीते 12 दिनों में भूमि के धंसने की गति बढ़ने की बात के सामने आने से चिंता बढ़ गई है जबकि ‘असुरक्षित’ घोषित दो होटलों को ढहाए जाने और प्रभावित लोगों के सुरक्षित स्थानों पर जाने का सिलसिला जारी रहा।
जोशीमठ संकट के चलते जोशीमठ,बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों और अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग स्थल औली के प्रवेश द्वार Joshimath में इन दिनों यह संकट गहराता जा रहा है. यहां के लोगो को इस वक्त बहुत बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा हैं, और बहुत सी जगहो और सैकड़ों घरों में दरारें पड़ गई है।