जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।प्रोफेसर ने उसे इस कदर प्रताड़ित किया कि मजबूरन उसे कैंपस छोड़कर जाना पड़ा। छात्र का कहना है कि प्रोफेसर उसे चीनी भाषा में अश्लील मैसेज भेजता था और चेंबर में अकेले मिलने के लिए भी बुलाता था। 20 वर्षीय छात्रा जेएनयू के चीनी और दक्षिण पूर्व एशियाई अध्ययन केंद्र में पढ़ाई कर रही थी। एक हफ्ते पहले दिल्ली पुलिस ने प्रोफेसर के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया था।
आरोपी को ‘बाध्य’ (जांच अधिकारी या अदालत के समक्ष एक निश्चित तिथि पर उपस्थित होना आवश्यक है) कर दिया गया है। छात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि प्रोफेसर उसके क्सामेट्स से उसका अता-पता पूछा करता थे। इसके अलावा उसे कैंपस छोड़ने के लिए ‘मजबूर’ किया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पीड़िता द्वारा बसंत कुंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने के बाद हमने इस मामले की जांच की और उसके बाद केस दर्ज किया। प्रोफेसर द्वारा छात्रा को भेजे गए चीनी भाषा में व्हाट्सएप मैसेज जैसे दस्तावेजी सबूत का विश्लेषण भी किया जा रहा है और मजिस्ट्रेट के सामने 164 सीआरपीसी के तहत उसके बयान दर्ज किए जाएंगे। बयानों के अलावा उसकी क्लास के अन्य छात्रों के बयान भी लिए गए। सबूत के आधार पर हमने प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया है और अब चार्ज शीट भी दायर की जाएगी।
30 अप्रैल को महिला ने शिकायत दर्ज की थी और प्रोफेसर के ऊपर लगातार अश्लील मैसेज और कॉल के जरिए परेशान करने का मामला दर्ज कराया था। वह अश्लील कविताएं और अकेले में मिलने के लिए भी छात्र को मजबूर करता था। छात्रा का कहना था कि उसने प्रोफेसर के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था जिसके बाद उसे प्रोफेसर ने फेल करने की भी धमकी दी थी। पुलिस ने कहा कि प्रोफेसर ने उसका पता जानने के लिए उसकी क्लासमेट्स को भी परेशान करना शुरू कर दिया था।
हालांकि मामला केवल महिला की शिकायत पर ही दर्ज किया गया है। जब शिकायत को लेकर संपर्क किया गया तो प्रॉक्टर सुधीर कुमार आर्य ने कहा कि उनका ऑफिस यौन उत्पीड़न के मामलों से डील नहीं करता है।