ऐतिहासिक जौलजीबी मेला शुरू

काली और गोरी नदियों के संगम पर बसा है जौलजीबी 109 वर्षों से अनवरत जारी है जौलजीबी मेला पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ का ऐतिहासिक जौलजीबी मेला…

काली और गोरी नदियों के संगम पर बसा है जौलजीबी

109 वर्षों से अनवरत जारी है जौलजीबी मेला

पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ का ऐतिहासिक जौलजीबी मेला यहा बुधवार को शुरू हो गया । काली और गोरी नदी के संगम पर बसे जौलजीबी में मेले का उदघाटन केद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टमटा ने किया। इस मौके पर श्री टम्टा ने कहा कि सीमांत क्षेत्र का यह मेला एक ओर हमारी लोक संस्कृति को जीवित रखकर आगे बढ़ा रहा है। वहीं यह मेला तीन देशों भारत, तिब्बत और नेपाल के बीच व्यापार के माध्यम से मित्रता को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि मेले को और अधिक बेहतर स्वरूप देने के लिए पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए कनेक्टिविटी का होना आवश्यक है और इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।

 109 वर्षों से आयोजित हो रहे इस ऐतिहासिक मेले के उद्घाटन अवसर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए। मुख्य अतिथि ने विकास प्रदर्शनी का भी फीता काटकर शुभारंभ किया और विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य मंच पर दीप प्रज्वलित कर बाल दिवस के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।

इस मौके पर जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने कहा कि सांस्कृतिक और व्यापारिक दृष्टि से क्षेत्र के लिए यह मेला महत्वपूर्ण है। इसमें भारत व नेपाल की सांस्कृतिक झलक दिखती है। पाल राजपरिवार के वंशज कुंवर भानुराज सिंह पाल ने कहा कि यह मेला जो उनके वंशजों द्वारा प्रारंभ किया गया था आज सभी के सहयोग से भव्य रूप में आयोजित होता है। कहा कि निकट भविष्ट में यदि पंचेश्वर बांध के कारण मेला स्थल डूब क्षेत्र में आता है तो मेले को अन्यत्र स्थान पर कराए जाने के लिए वह सरकार के सहयोग से भूमि चयन में अपना पूरा सहयोग देंगे।

इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख बीडी जोशी, क्षेत्र प्रमुख धारचूला राधा बिष्ट ने भी बात रखी। इससे पूर्व अनुवाल समुदाय की महिलाओं ने पारंपरिक वेषभूषा में अतिथियों का स्वागत किया। जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों ने मुख्य अतिथि व मित्र राष्ट्र नेपाल से आए अधिकारियों को स्मृति चिह्न भेंट किये गए। इस अवसर पर नेपाल के दार्चूला के सशस्त्र सेना के एसपी भीम बहादुर चंद, डीएसपी लवराज अधिकारी, मेलाधिकारी एसडीएम आरके पांडेय, रूकुम सिंह बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता शकुंतला दताल ग्राम प्रधान कमला चंद, जानकी बुरफाल, लीला बंग्याल और धनसिंह धामी व महेंद बुदियाल समेत क्षेत्र के अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधि व नागरिक मौजद थे।