जनगीतों के माध्यम से याद किये गए खटीमा कांड के जननायक

जनगीतों के माध्यम से याद किये गए खटीमा कांड के जननायक शहीदों को सम्मान मिलने तक संघर्ष जारी रखने का एेलान अल्मोड़ा- उत्तराखंड राज्य आंदोलन…

IMG 20180901 121658

जनगीतों के माध्यम से याद किये गए खटीमा कांड के जननायक
शहीदों को सम्मान मिलने तक संघर्ष जारी रखने का एेलान

IMG 20180901 121717
अल्मोड़ा- उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान एक सितंबर 1994 को पुलिस की गोली का शिकार हुए 7 शहीदों को गांधीपार्क चौघानपाटा में जनगीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई| उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की ओर से आयोजित इस जनसभा में जनगीत गाए गए| उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि सरकारों ने शहीदों की शहादत को केवल सत्ता हथियाने का जरिया बनाया और 23 साल बीत जाने के बाद भी शहीदों को वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे| सभी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें सम्मान मिलने तक संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया| इस मौके पर पीसी तिवारी, जन्मेजय तिवारी, जीवन चंद्र, रेखा घस्माना, ललित चौधरी, बाबा सुंदर नाथ, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे, उलोवा के पूरन चन्द्र तिवारी, अनूप तिवारी, रंजना सिंह,गोपाल राम, आनंदी वर्मा सहित अनेक लोग मौजूद थे|

IMG 20180901 121658
मालूम हो कि 1सितंबर 1994 को शांतिपूर्ण ढंग से खटीमा में जुलूस निकाल रहे आंदोलनकारियो पर पुलिस ने गोली चला दी जिसमें भगवान सिंह सिरौला, प्रताप सिंह, सलीम अहमद, गोपीचंद्र, धर्मानंद भट्ट, परमजीत सिंह,रामपाल आदि शहीद हो गए थे| इस बर्बरता का पूरे उत्तराखंड में भारी विरोध हुआ था और लोग सड़कों पर उतर आए|इस घटना के बाद तत्कालीन सरकार बैकफुट पर आ गई थी|