श्रावणी मेले के लिये सज रहा है जागेश्वर : इस बार का मेला यूं रहेगा खास

अल्मोड़ा। वि​श्व प्रसिद्ध जागेश्वर में 17 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जागेश्वर मंदिर…

Jageshwar temple

अल्मोड़ा। वि​श्व प्रसिद्ध जागेश्वर में 17 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जागेश्वर मंदिर समि​ति के प्रबंधक भगवान भटृ ने बताया कि इस बार सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जा रहा है। विश्व​ प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के प्राचीन दंडेश्वर मंदिर से इसकी शुरूवात की जायेगी।

jageshwar mela 2019 ki taiayri joro par
जागेश्वर मेला 2019 के लिये लगाया जा रहा टेंट

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https://uttranews.com/2019/07/12/jageswar-mela-taiyari/


जागेश्वर मंदिर समि​ति के प्रबंधक भगवान भटृ ने बताया कि सावन के पवित्र माह में चलने वाला श्रावणी मेला इस बार 17 जुलाई से 16 अगस्त तक चलेगा। मेले को आकर्षक व भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन व मंदिर समिति के सदस्य तैयारियों में जुटे हुए है।

bhagwan bhatt manager jageshwar manidr samiti
जागेश्वर मंदिर समि​ति के प्रबंधक भगवान भटृ

मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए इस बार व्यवस्था में कई बदलाव किए गए है। मेले क्षेत्र को इस बार 5 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में पुलिस विभाग, बिजली विभाग, स्वयंसेवक तथा सफाई कर्मचारी मौजूद रहेंगे। तथा किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसका तत्काल निस्तारण किया जाएगा। इस बार श्रावणी मेले में पांच सांस्कृतिक दलों के कलाकार रंगारंग कार्यक्रमों की छटा बिखेरेंगे। जबकि पिछली बार मेले में आठ सांस्कृतिक दलों ने प्रतिभाग किया था। स्थानीय लोगों ने सांस्कृतिक दलों की संख्या बढ़ाने की मांग की है।

मेले में इस बार ये रहेगा खास


1— श्रद्धालुओं को बारिश के मौसम में आने—जाने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रशासन व मंदिर समिति 200 छाताओं का इंतजाम किया गया है। इसमें से आधी छाता आरतोला तो आधी मंदिर गेट के पास रखी जाएंगी। छाता खोये न इसके लिए टोकन सिस्टम लागू किया गया है। टोकन धनराशि जमा करने पर ही छाता दी जाएगी। छाता वापस करने पर टोकन धनराशि वापस लौटाई जायेगी।
2— श्रावण मेले सुरक्षा की दृष्टि से इस बार डीएफएमडी डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर गेट लगाया जा रहा है। इस गेट के लगने से जहां एक ओर श्रद्धालुओं की वास्तविक संख्या मालूम हो सकेगी वही, सुरक्षा के लिए भी यह काफी सार्थक सिद्ध होगा।गेट के भीतर प्रवेश करने पर किसी भी अंवाछित सामग्री का पता चल सकेगा।
3— आरतोला से जागेश्वर मंदिर तक की दूरी करीब तीन किमी है। इस दूरी को तय करने के दौरान श्रद्धालुओं को बारिश में भीगने से बचाने के लिए जगह—जगह टिन शेड बनाये जा रहे हैं।
4— आने जाने वाले श्रद्धालुओं को ​तकलीफ न हो इसके लिए आरतोला में मंदिर समिति द्वारा भोजनालय की व्यवस्था की जा रही है। इसमे न्यूनतम दरों पर श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
5— श्रावण मेले में इस बार एक और महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। श्रद्धालु इस बार मंदिर से करीब तीन किमी पहले आरतोला तक ही अपने वाहनों से यात्रा कर पायेगे। मंदिर समिति की ओर से आरतोला में ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्रबंधक मंदिर समिति भगवान भटृ ने बताया कि श्रद्धालु पैदल यात्रा के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठा सकेंगे साथ ही मंदिर समिति की मंशा इको टूरिज्म को बढ़ावा देना तथा दंडेश्वर मंदिर के दर्शन करवाना है।

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