टनकपुर। पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक की बनबसा शाखा में वर्ष 2019 में नाबार्ड योजना के तहत हुए 61 लाख से अधिक के लोन के नाम पर फर्जीवाड़े की जांच शुरू हो चुकी है। बुधवार को एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने इस मामले में करीब 40 महिलाओं के बयान दर्ज किए हैं।
बताते चलें कि वर्ष 2019 में देवभूमि निधि पिथौरागढ़ स्वायत्व सहकारिता (डेयरी सहकारी बैंक की उत्पादन एसएसजी फैडरेशन) ग्राम पचपकरिया बनबसा बनबसा और उदय निधि स्वायत्त सहकारिता (मशरूम उत्पादन एसएसजी फैडरेशन) ग्राम सभा बिचई टनकपुर ने नाबार्ड योजना के अंतर्गत 61 लाख के अधिक का लोन लिया है। ऋण 405 महिलाओं के नाम से लिया गया है। जब बैंक द्वारा 405 महिलाओं को नोटिस जारी किया गया तब क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
महिलाओं ने इस लोन के सम्बन्ध कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है। जब महिलाओं द्वारा बनबसा बैंक में जाकर जानकारी ली तो उन्हें पता चला कि वे बैंक की कर्जदार हैं, जिसके बाद उन्होंने बनबसा थाने और मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में जाकर गुहार लगाई।
बाद में उक्त मामले की जांच उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया को सौंपी गई। जिस पर एसडीएम ने 405 महिलाओं को नोटिस जारी किए हैं। जिला शाखा का मामला बुधवार से उनके बयान दर्ज करने की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। एसडीएम ने बताया कि उक्त मामला बेहद गंभीर है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं नहीं जाएगा। इधर क्षेत्र में उक्त मामले में एक दल विशेष के लोगों के शामिल होने की भी चर्चा है। अब देखना होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं।