shishu-mandir

यह हैं उत्तराखंड के हाल:- इंटर कॉलेज में होती है, हाई स्कूल तक की पढ़ाई, शिक्षक नहीं होने से इच्छुक होने के बावजूद बच्चे नहीं ले पाए प्रवेश

उत्तरा न्यूज डेस्क
3 Min Read

मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल में शिकायत के बाद आधा दर्जन रिक्त पदों पर पदपूर्ति की फाईल बढ़ी, आगे

डेस्क:- आप मानो या ना मानो यह केवल सपने दिखाता उत्तराखंड में ही हो सकता है| जीजीआई पारकोट द्वाराहाट का उच्चीकरण तो किया गया लेकिन शिक्षकों की व्यवस्था करना सरकार शायद भूल गई जिससे 10 वीं के बाद विद्यालय में व्यवस्था होने के बावजूद बच्चियां आगे पढ़ाई के लिए प्रवेश नहीं ले पाती हैं| देवभूमि जनसेवा केन्द्र ने इस शिकायत को समाधान पोर्टल पर डाला उसके बाद विभाग फाइल सरकाने का काम कर रहा है| माह दिसम्बर 2016 में राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पारकोट (अल्मोड़ा) का उच्चीकरण विज्ञान वर्ग में ‘राजकीय बालिका इंटर कॉलेज’ में हुआ। जिसमें, प्रधानाचार्या सहित प्रवक्ता के 5 पद सृजित हुए। लेकिन, आज दो वर्ष बाद भी कोई नियुक्ति नहीं हुई।

वर्ष 2016 में उच्चीकरण के उपरांत विभागीय आदेश द्वारा निर्देशित किया गया कि कक्षा 11 में विज्ञान वर्ग की ही कक्षाएं संचालित की जाये। जबकि, अधिकांश छात्राएं कला वर्ग हेतु ही इच्छुक थी। साथ ही विज्ञान वर्ग की प्रवक्ताओं सहित एलटी में भी विज्ञान विषय का पद अप्रैल 2017 से रिक्त है। जिसके चलते भी छात्राओं द्वारा विद्यालय में प्रवेश नहीं लिया गया। उपरोक्त सूचनाएं मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा के पत्रांक समाधान/2018-19 दिनांक 30 अक्टूबर द्वारा ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी की 25 अक्टूबर 2018 को मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर दर्ज करवायी गयी शिकायत के उपरांत प्राप्त हुयी।

शिकायतकर्ता के अनुरोध पर मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा द्वारा आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु, निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड देहरादून को राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पारकोट (अल्मोड़ा) में प्रधानाचार्या, प्रवक्ता हिन्दी, अंग्रेजी, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान के पदपूर्ति हेतु पत्र प्रेषित किया गया है |छात्राओं को दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिये, ढाई किमी दूर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज बिंता या अन्यत्र जाने को विवश होना पड़ता है। जिला अल्मोड़ा के ब्लॉक द्वाराहाट अंतर्गत राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पारकोट में दो वर्षों में 10वीं के बाद 11वीं कक्षा में एक भी छात्रा द्वारा दाखिला ना लेने और उच्च शिक्षा हेतु क्षेत्र से दूर बग्वाली पोखर, द्वाराहाट, रानीखेत, अल्मोड़ा, नैनीताल या दूर दराज के शहरों में जाने को विवश होने की पीड़ा को देख ही समाज सेवी राजेन्द्र सिंह नेगी द्वारा शिकायत माननीय मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी अल्मोड़ा और विधायक द्वाराहाट तक पहुंचायी।क्षेत्रीय विधायक महेश नेगी ने ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति को आश्वस्त किया कि शीघ्र की शिक्षकों के रिक्त पदों की पूर्ति की जायेगी। उम्मीद है कि शीघ्र ही पारकोट, देवलधार, कौराड़ी, दयाफेर, नायल, सुलेख, मटेला, सिमल्टी, मड़केश्वर, बजभिड़ा, नौलाकोट, मैनारी, सुरना, गोड़गांव, पोखरी, जाख, बैनाली, मालगांव, बिंता आदि के ग्रामवासियों की लंबित मांग को प्रदेश सरकार गम्भीरता से लेगी और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को सार्थक करेगी।


new-modern
gyan-vigyan