पटाखा व्यवसायी दीपक मेहता ने बताया कि 6 महीने पटाखा फैक्टरियों के बंद रहने का असर भी व्यवसाय में पड़ा है।
पटाखा व्यवसायी दीपक मेहता ने बताया कि विगत वर्षों में माल की उपलब्धता की कोई कमी नही थी परंतु फैक्ट्री से माल ना आने के कारण, व सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार माल में बहुत कमी महसूस की जा रही है। उन्होंने सभी ग्राहकों से निवेदन भी किया है कि पटाखे खुले में जलाए व बच्चों को पटाखे जलाते समय अकेले ना छोड़े। ज्ञात रहे आतिशबाजी मात्र अलमोड़ा शहर में ही 1करोड़ से ज्यादा की जलाई जाती है लेकिन इस बार रेट महंगे होने के कारण व्यवसायी ज्यादा उत्सुक नही है।
उन्होंने बताया कि फुलझड़ी 20 रुपये से लेकर 500 रुपये तक पैकेट, घनचक्कर 50 रुपये से 1000 रुपये तक, अनार 50 से 750 रुपये तक, सुतली बम 40 रुपये से 250 रुपये तक, रॉकेट 100 से 900 रुपये तक, पेंटा स्काई 50 रोये से 500 तक उनके स्टॉक में उपलब्ध हैं।
इधर एक अन्य पटाखा व्यवसायी संजय बिष्ट ने बताया कि उनके स्टॉल में बाजार में मौजूद सभी प्रकार की आतिशबाजी है। स्टॉल में ब्रांडेड आतिशबाजी के भी सभी उत्पाद मौजूद हैं।उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को आकर्षक कीमते और जरूरी छूट भी दी जा रही है।