भारतीय नौसेना का सेलर लापता, सर्च ऑपरेशन हुआ शुरू

Indian Navy Sailor Missing: भारतीय नौसेना की जहाज पर तैनात एक नौ सैनिक अचानक लापता हो गया। 27 फरवरी से यह सेलर गायब है और…

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Indian Navy Sailor Missing: भारतीय नौसेना की जहाज पर तैनात एक नौ सैनिक अचानक लापता हो गया। 27 फरवरी से यह सेलर गायब है और अभी तक इसका कोई पता नहीं चल पाया है। नौसेना ने लापता नौ सैनिक को ढूंढने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। मुंबई स्थित वेस्टर्न नेवल कमांड ने रविवार को X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। हालांकि नेवी ने नौसैनिक के लापता होने के सटीक कारणों की जानकारी नहीं दी है।

नौसैनिक का नाम है साहिल वर्मा
भारतीय नौसेना ने बताया है कि लापता सेलर की पहचान साहिल वर्मा के तौर पर की गई है। नौसैनिक के लापता होने के मामले में अब एक हाई लेवल बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया गया है। नौसेना ने रविवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सीमैन-II पद पर तैनात जवान  27 फरवरी से अपनी तैनाती के बाद से लापता हैं। जहाज और विमानों की मदद से उन्हें ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

विदेशी क्षेत्रों में नौसैनिकों की तैनाती
रक्षा मंत्रालय ने बीते महीने बताया था कि कमर्शियल जहाज को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नौसेना इकाइयों को विदेशी क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है। नौसेना को अदन की खाड़ी, सोमालिया के पूर्वी तक, जिबूती, अफ्रीका के पूर्वी और अदन की खाड़ी के समुद्री डकैती को रोकने के लिए की जाने वाली गश्त में तैनात किया गया है। नौसेना की कोशिशों से अब 3,440 से ज्यादा जहाजों और 25 हजार से ज्यादा क्रू मेम्बर्स को सफलतापूर्वक बचाया गया है।

लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हूती
आपको बता दे कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद से ही ईरान को समर्थन देने वाले हूती विद्रोही लाल सागर से गुजरने वाले जहाज पर ड्रोन और मिसाइल से अटैक कर रहे हैं। दुनिया ने इन विद्रोहियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। वहीं भारत ने कहा है कि जहाज पर हमला सीधे तौर पर देश के एक्सपोर्ट सेक्टर पर असर डालता है इसलिए हम कमर्शियल शिप को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद से ही ईरान समर्थित हूती विद्रोही लाल सागर से गुजरने वाजे जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल अटैक कर रहे हैं। दुनिया के कई देशों ने इन विद्रोहियोंं  के खिलाफ अभियान शुरू किया है। वहीं, भारत ने कहा है कि जहाजों पर हमले सीधे तौर पर देश के एक्सपोर्ट सेक्टर पर असर पड़ सकता है इसलिए हम कॉमर्शियल  शिप्स को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।