भारत सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि अगस्त 2024 से अब तक बांग्लादेश में 23 हिंदुओं की मौत हो चुकी है और हिंदू मंदिरों पर हमले की 152 घटनाएं दर्ज की गई हैं। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अपने लिखित जवाब में कहा कि पिछले दो महीनों (26 नवंबर 2024 से 25 जनवरी 2025) के दौरान हिंदुओं के खिलाफ 76 हमलों की घटनाएं सामने आई हैं।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और इस मुद्दे को बांग्लादेश सरकार के समक्ष उठाया है। विदेश सचिव ने 9 दिसंबर 2024 को बांग्लादेश की यात्रा के दौरान हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भारत की चिंता और अपेक्षाओं को दोहराया था।
बांग्लादेश सरकार की कार्रवाई
बांग्लादेश सरकार ने 10 दिसंबर 2024 को एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों से जुड़े 88 मामलों में अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच के दौरान 1,254 घटनाओं की पुष्टि भी की गई है।
भारत की रणनीति और निगरानी
मंत्री सिंह ने दोहराया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों समेत सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी बांग्लादेश सरकार की है। भारत का उच्चायोग ढाका में इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है।
बॉर्डर तनाव और राजनीतिक पृष्ठभूमि
भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर तनाव तब बढ़ा जब अगस्त 2024 में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश में कार्यवाहक सरकार का गठन हुआ। इस पृष्ठभूमि में भारत ने बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने को लेकर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है।
भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार से निरंतर संवाद बनाए रखेगी।