Almora- यहां उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने किया ध्वजारोहण, जिला स्तर पर आयोजित समारोह का किया था बहिष्कार

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर नगरखान नामक स्थान में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारियों…

IMG 20220815 WA0012

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर नगरखान नामक स्थान में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारियों ने स्वतंत्रता की 75वी वर्षगांठ पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव की पूरे देशवासियों को बधाई दी।

वक्ताओं ने सन् 1947 से पूर्व गुलाम भारत में आम लोगों पर अंग्रेजों के द्वारा ढाये जाने वाले जुल्मों की घटनाओं का जिक्र किया तथा आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किये। राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि इस वर्ष उनके द्वारा जिला स्तर पर आयोजित समारोह का बहिष्कार इसलिए किया गया कि जिला स्तर आयोजित समारोह में बुलाने के बावजूद उन्हें वहां उचित सम्मान नहीं दिया जाता।

कहा कि जिला प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद इस बार अधिकांश राज्य आन्दोलनकारियों को आमंत्रित ही नहीं किया गया। राज्य आंदोलनकारियों को दी जाने वाली सुविधाओं में राज्य सरकार केवल दिखावे भर की सुविधाएं दे रही है राज्य आंदोलनकारियों को जहां नाम मात्र पैंशन दी जा रही है वहीं शिक्षा, स्वास्थ्य,परिवहन सुविधा के लिए राज्य सरकार की अनूठी शर्तो के चलते उनका विशेष लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है। राज्य सरकार की नौकरियों में क्षैतिज आरक्षण पर भी सरकार रहस्यमय चुप्पी साधे हुए है।

कहा कि जिला स्तर के अधिकारियों की बेरूखी के चलते जहां नये राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण नहीं हो पा रहा है वहीं शासनादेश के बावजूद मृतक राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को घोषणा के एक वर्ष होने को है पैंशन स्वीकृत नहीं की जा रही है, इसलिए राज्य आंदोलनकारी भविष्य में किसी भी सरकारी कार्यक्रम में भागीदारी नहीं करैंगे तथा 1 सितंबर को गांधी पार्क अल्मोड़ा में धरना देंगे।

आज कार्यक्रम में ब्रह्मानन्द डालाकोटी, शिवराज बनौला, मानसिंह बिष्ट,दौलत सिंह बगड्वाल, नवीनचंद्र डालाकोटी, शंकरदत्त डालाकोटी, गोपाल सिंह बनौला,पूरन सिंह बनौला, पदम सिंह सुन्दर सिंह ,महेश पांडे,बिशंभर पेटशाली तारा दत्त तिवारी, सुंदर राम,तारा राम कैलाश राम सुन्दर राम आदि अनेक राज्य आंदोलनकारी उपस्थित रहे।