बढ़ती भीड़ के मद्देनजर सीएम धामी ने बुलाई आपात बैठक, सभी राजनीतिक कार्यक्रम स्थगित

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चिंता व्यक्त करते हुए…

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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चिंता व्यक्त करते हुए अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। गुरुवार को उन्होंने सचिवालय में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के जिलाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

गौरतलब हो, इससे पहले मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिरों से 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा, और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्य सचिव ने इस बात पर गंभीर चिंता व्यक्त की कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं जो आस्था से प्रेरित होने के बजाय सिर्फ़ घूमने आ रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों की हरकतों से श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँच रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि चारधाम यात्रा के दौरान किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत न किया जाए।

बता दें, अब तक 27 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, जबकि 3,34,732 तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। केदारनाथ में 1,55,584, गंगोत्री में 63,078, यमुनोत्री में 70,433 और बद्रीनाथ में 45,637 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के छह दिनों के भीतर ही डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं। बुधवार को रिकॉर्ड 29,278 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ के दर्शन किए। इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक मंदिर परिसर और केदारपुरी में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई इस आपात बैठक से यह स्पष्ट है कि सरकार चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर चिंतित है और श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।