उत्तराखंड प्रदेश सरकार में पूर्व दर्जा राज्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव, एडवोकेट केवल सती ने प्रेस को दिए बयान में कहा कि 10 जुलाई 2024 को हुए उपचुनाव के आज आए परिणामों में जनता ने दलबदलुओं को पूरी तरह से नकार दिया है।
यहां जारी बयान में सती ने कहा कि उत्तराखंड के बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर पहले कांग्रेस पार्टी के राजेंद्र सिंह भंडारी विधायक थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जिससे यह सीट रिक्त हो गई। इस उपचुनाव में वे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बने और उत्तराखंड सरकार ने उन्हें जिताने के लिए पूरी ताकत लगा दी।
फिर भी, जनता ने दलबदलुओं को नकारते हुए कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला को पांच हजार से अधिक मतों से विजयी बना दिया। इससे साबित होता है कि जनता दलबदलुओं को स्वीकार नहीं करती है।
सती ने कहा कि इसी प्रकार पंजाब के जालंधर पश्चिमी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक शीतल अंगुरल, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे, इस कारण इस सीट पर भी उपचुनाव हुआ। शीतल अंगुरल भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बने, लेकिन वहां की जनता ने भी दलबदलुओं को सबक सिखाते हुए आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मोहिंदर भगत को 37 हजार से अधिक मतों से विजयी बनाया। यह जनता का सम्मानजनक और स्वागत योग्य निर्णय है, और दलबदलुओं के लिए एक बड़ा सबक है।