समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा महाराणा सांगा को गद्दार कहे जाने के बाद क्षत्रिय समाज में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
करणी सेना ने आगरा में राणा सांगा की जयंती का आयोजन किया जिसमें करीब 80 हजार लोग शामिल हुए। आगरा के गढ़ी रामी में 50 बीघे में एक विशाल पंडाल तैयार किया गया है, और अनुमान है कि यहां 3 लाख लोग आ सकते हैं।
बताया जा रहा है कि दोपहर 12:30 बजे पुलिस कार्यक्रम स्थल पर पहुंची जिससे करणी सेना के कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई। उन्होंने पुलिस को घेर लिया और तलवार और लाठियां लहराने लगे।
स्थिति को बिगड़ता देखकर पुलिस वहां से हट गई करणी सेना म 5:00 के बाद सपा सांसद रामजी सुमन के निवास की ओर भी बढ़ी , जिसके लिए 500 स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है।
सड़कों पर बड़े पत्थर रखे गए हैं और 10,000 पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं। ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
रामजीलाल सुमन अपने घर पर ही मौजूद है और उनके घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।यहां 1000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और 1 किलोमीटर का क्षेत्र पूरा सील कर दिया गया है।
मेटल डिटेक्टर भी कई जगह लगाए गए हैं। सपा सांसद ने अपनी सुरक्षा के लिए 10 बाउंसर भी रखे हैं। 21 मार्च को रामजीलाल सुमन ने राज्यसभा में कहा था कि मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो फिर हिन्दू गद्दार राणा सांगा की। बाबर की आलोचना तो होती है, लेकिन राणा सांगा की नहीं।