खबर काम की- प्राकृतिक चिकित्सा में स्प्राउट्स यानि अंकुरित अनाज होते हैं लाइव फूड : रूचिता उपाध्याय

अल्मोड़ा। हजारों वर्षों से अंकुरित बीज यानि स्प्राउट्स पोषण का एक प्रमुख साधन रहा है क्योंकि यह पोषक तत्वों का एक प्रमुख स्रोत होता है।प्राकृतिक…

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अल्मोड़ा। हजारों वर्षों से अंकुरित बीज यानि स्प्राउट्स पोषण का एक प्रमुख साधन रहा है क्योंकि यह पोषक तत्वों का एक प्रमुख स्रोत होता है।प्राकृतिक चिकित्सा में स्प्राउट्स को लाइव फूड माना जाता है। प्रकृति में क्षारीय होने के कारण स्प्राउट्स स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, शरीर को शुद्ध करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने में मदद करते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार हमारे आहार में 20% अम्लीय और 80% क्षारीय भोजन होना चाहिए ताकि स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सके।

संपूर्ण स्वास्थ्य पर स्प्राउट्स का व्यापक प्रभाव पड़ता है जिससे स्प्राउट्स को औषधि की संज्ञा दी गई हैं। अंकुरण की प्रक्रिया में बीजों में जीवनदायिनी विशेष गुण विकसित होते हैं जो कायाकल्प और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की क्षमता वाले होते हैं। योगाचार्या एवं वेलनेस मोटीवेटर रूचिता उपाध्याय कहती हैं कि विशेष रूप से शहरों में लोगों का जीवन जीने का आधुनिक तरीका, अम्लीय, जंक और फास्ट फूड आदि पर अधिक निर्भर होना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ मोटापे को भी जन्म देता है। नेचुरोपैथी में माना जाता है कि ज्यादातर बीमारियों का कारण गलत खान-पान, गलत रहन-सहन और गलत सोच है।

दैनिक भोजन के हिस्से के रूप में स्प्राउट्स का सेवन अम्लीय और क्षारीय खाद्य आवश्यकताओं के अनुपात को संतुलित करता है जो स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। रूचिता आगे बताती हैं कि स्प्राउट्स हर कोई ले सकता है लेकिन शुरुआत में इसे कम मात्रा में लेना चाहिए और अच्छी तरह से चबाकर भी लेना चाहिए। स्प्राउट्स में स्वाद बढ़ाने के लिए खीरा, टमाटर, हरी मिर्च, हरा धनिया और नींबू आदि मिला सकते हैं।

इन चीजों को मिलाकर इसे और भी पौष्टिक बनाया जा सकता है। सूरजमुखी, मूंग, लोबिया, मेथी, चना, सोयाबीन और गेहूं आदि को अंकुरित किया जा सकता है और किसी व्यक्ति की आवश्यकता के अनुसार या प्राकृतिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार लिया जा सकता है। इसके लाभों के विषय में बताते हुए रुचिता कहती है कि स्प्राउट्स आसानी से पचने योग्य, कम वसायुक्त, अधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं। इनमें विटामिन सी, आयरन, राइबोफ्लेविन, नियासिन और फॉस्फोरस की उचित मात्रा होती है।अंकुरित होने के बाद इनमें ओलिगोसेकेराइड आदि गैर-पोषक पदार्थों की मात्रा कम हो जाती है। स्प्राउट्स शरीर द्वारा जल्दी और आसानी से आत्मसात हो जाते हैं और त्वरित ऊर्जा प्रदान करते हैं।

मूंग, मेथी, चना और ऐसे ही अन्य बीजों का अंकुरण जार में या गीले कपड़ों से आसानी से किया जा सकता है। मूंग के अंकुरित होने में सबसे अधिक आसानी होती है। यह विटामिन ए, ई और सी से भरपूर होता है। आमतौर पर मेथी स्प्राउट का स्वाद तीखा और थोड़ा कड़वा होता है। इसका उपयोग मधुमेह और संधिशोथ के उपचार में किया जा सकता है। चना विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत होता है। रूचिता बताती हैं कि

स्प्राउट्स झटपट भोजन है और इसे हर दिन अपने आप ताजा तैयार किया जा सकता है। स्प्राउट्स तैयार करने से हमें अपनी रसोई में अपने परिवार के स्वास्थ्य के लिए कुछ नया बनाने का आंतरिक आनंद मिल सकता है। इसके लिए किसी महंगे उपकरण की आवश्यकता नहीं है। केवल एक चीज जो आवश्यक है वह है स्वास्थ्य, शक्ति और जीवन शक्ति के लिए प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को अपनाने की इच्छा।