अगर आप भी पीएनबी के ग्राहक हैं तो यह खबर है आपके लिए,1 अक्टूबर से हो जाएंगे यह बदलाव जाने अपडेट

पंजाब नेशनल बैंक ने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर ग्राहकों से शुल्क भुगतान करना शुरू कर दिया है। इसी के साथ पंजाब नेशनल…

If you are also a PNB customer then this news is for you, these changes will be implemented from October 1, know the update

पंजाब नेशनल बैंक ने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर ग्राहकों से शुल्क भुगतान करना शुरू कर दिया है। इसी के साथ पंजाब नेशनल बैंक में कई सारे बदलाव किए हैं आईए जानते हैं उनके बारे में

सेविंग अकाउंट्स के सर्विस चार्ज में बदलाव

पंजाब नेशनल बैंक में सेविंग अकाउंट से जुड़ी सेवाओं में काफी बदलाव कर दिया है। अब आपको सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना जरूरी है इसके अलावा डिमांड ड्राफ्ट बनाने और जारी करने के लिए पर लगने वाले शुल्क, चेक निकलने पर लगने वाला शुल्क , रिटर्न कॉस्ट और लॉकर रेंट चार्ज में बदलाव किया है। अब मिनिमम बैलेंस न होने पर बैंक आपसे वसूली करेगा पहले यह वसूली 3 महीने पर की जाती थी लेकिन अब यह हर महीने की जाएगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में मिनिमम बैलेंस 500 रुपये रखना जरूरी

पंजाब नेशनल बैंक में ग्रामीण शाखा वाले खातों के लिए भी मिनिमम बैलेंस ₹500 तय किया है। अर्ध शहरी वाले ग्राहकों को ₹1000, शहरी और महानगर की शाखा में खाता खोलने वाले ग्राहकों को ₹2000 का मिनिमम बैलेंस रखना आवश्यक है।

मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर लगेगा शुल्क

मिनिमम बैलेंस न रखने पर ग्राहकों को भुगतान करना पड़ेगा। ग्रामीण क्षेत्र की शाखों में किसी ग्राहक के अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 50% तक रहता है तो उसे हर महीने ₹50 देनी होंगे। अर्ध शहरी शाखा में ग्राहकों को ₹100 देने होंगे जबकि शहरी और महानगरों में खाता खुलवाने वाले ग्राहकों को ढाई सौ रुपए महीने देना होगा।

मिनिमम बैलेंस 50% से कम रहने पर बढ़ जाएगा चार्ज

बताया जा रहा है कि अगर मिनिमम बैलेंस 50% से भी काम होता है तो यह अनुपात बढ़ जाएगा। अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 6% से कम रहने पर ₹80 तक देना होगा जबकि अर्ध सरकारी इलाकों में ₹60 से ज्यादा देना होगा और शहरी और महानगरों के लोगों को ₹100 अधिक शुल्क देना होगा।

डिमांड ड्राफ्ट पर लगने वाला चार्ज

अगर कोई ग्राहक डिमांड ड्राफ्ट जारी करता है, तो उसे इस समय 10,000 रुपये पर 50 रुपये और 10,000 से 1,00,000 रुपये तक के लिए प्रति 1,000 पर 4 रुपये चार्ज लगता है। 1,00,000 रुपये से अधिक के डिमांड ड्राफ्ट पर प्रति 1,000 रुपये पर 5 रुपये शुल्क है, जिसका अधिकतम शुल्क 600 रुपये और अधिकतम शुल्क 15,000 रुपये है। नियमों में बदलाव हो जाने के बाद डिमांड ड्राफ्ट की कुल रकम पर 0.40% शुल्क वसूला जाएगा, जिसका कम से कम 50 रुपये और अधिक से अधिक 15,000 रुपये है। नकदी में 50,000 रुपये से कम की राशि जमा करने पर सामान्य शुल्क से 50% अधिक शुल्क वसूला जाएगा।

चेक वापस करने पर देने होंगे 300 रुपये

इसके अलावा अगर सेविंग अकाउंट में आप कोई चेक लगते हैं और बैलेंस न होने पर वह चेक वापस हो जाता है तो आपको ₹300 प्र दर के हिसाब से पैसा देना होगा तीन चेक वापस होने पर ₹300 प्रति चेक देना होगा और चौथे चेक पर ₹1000 का भुगतान करना होगा इसके अलावा दूसरे कर्म से चेक लौटाने पर ₹100 प्रति चेक का शुल्क देना होगा। बैंक की तरफ से समस्या पैदा होने या तकनीकी खामी होने पर किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगेगा।

लॉक रेंट के तौर पर कम से कम 1000 रुपये

इसके अलावा बैंक ने अपने लॉकर रेंट में भी बदलाव कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में छोटे लाकर के लिए ₹1000, अर्ध शहरी इलाकों के लिए 1250 रुपए और शहरी और महानगरों के लिए ₹2000 लॉकर का रेंट लगेगा। मध्यम लॉकर के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 2,200 रुपये, अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 2,500 रुपये, शहरी क्षेत्र और महानगरों के लिए 3,500 रुपये देने होगे। बड़े लॉकर के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 2,500 रुपये, अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 3,000 रुपये, शहरी क्षेत्र और महानगरों में 5,500 रुपये का भुगतान करना होगा।