टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम ट्रॉफी जीतने की प्रबल दावेदार है, और टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस जीत के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। बुमराह ने टूर्नामेंट से पहले एक बयान में कहा है कि वह अब खुद पर अधिक दबाव नहीं लेते हैं और खेल का आनंद लेने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
बुमराह ने आईसीसी को दिए इंटरव्यू में कहा, “चोट से वापसी करने के बाद मेरी कोशिश इस खेल का जितना लुत्फ उठा सकूं उस पर मैंने ध्यान दिया है। मैंने प्रोसेस पर ध्यान दिया क्योंकि कुछ चीजें आपके हिसाब चलेंगी लेकिन कुछ चीजों में ऐसा नहीं होगा। इसका मुझे अब एहसास हुआ है कि मैंने इस खेल को इसलिए खेलना शुरू किया क्योंकि ये मुझे पसंद है और इसी कारण मैं अब अपने खेल पर ध्यान अधिक देता हूं ना कि नतीजा क्या आ रहा उसपर। इससे आप खुद पर से दबाव को कम कर पाते हैं और खेल का पूरा आनंद ले सकते हैं।”
बुमराह ने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप से पहले स्ट्रेस फ्रैक्चर की समस्या से जूझने के कारण नहीं खेल पाए थे। उन्हें वापसी करने में एक साल से भी अधिक का समय लगा था। इसके बाद, उन्होंने 2023 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया था।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में, बुमराह भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करेंगे, जिसमें मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह भी शामिल हैं। बुमराह ने युवा खिलाड़ियों को सलाह देते हुए कहा, “आप बहुत अधिक उन्हें सिखाने की कोशिश नहीं कर सकते। ये कुछ ऐसा है जो मैंने अभी अपने क्रिकेट करियर के दौरान सीखा है। जब भी कोई मेरे के पास मदद के लिए आता है तो मैं उसे सवाल पूछने देता हूं क्योंकि मैं बहुत अधिक जानकारी देना सही नहीं समझता हूं। युवा खिलाड़ियों के लिए बहुत अधिक जानकारी का बोझ लिए बिना आगे बढ़ना सबसे अहम है। सभी यहां तक एक कड़ी मेहनत के बाद ही पहुंचे हैं। मैंने अपने अनुभव से जो कुछ सीखा है उसी के बारे में उन्हें जानकारी देता हूं। लेकिन मैं उन पर जानकारी का बहुत अधिक बोझ उनपर नहीं डालना चाहता हूं। आपको आगे बढ़ने के लिए अपने तरीके और समाधान ढूंढने होते हैं।”
बुमराह के इस बयान से साफ़ है कि वह T20 वर्ल्ड कप में अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने वाले हैं। उनका यह नया दृष्टिकोण भारतीय टीम के लिए एक बड़ी ताकत साबित हो सकता है।