Agitators gathered under the banner ‘I am a Munsiyari’, announced a dharna on August 4
मुनस्यारी, 3 अगस्त 202+
” मैं मुनस्यारी हूं” (I am a Munsiyari)के बैनर तले पंचायत प्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि आपदा की पहली घटना के 20 दिन के बाद सरकार से सवाल पूछा है कि मुख्यमंत्री क्या मुनस्यारी व बंगापानी तहसील के लिए क्वारंटाइन है? कहा किउधार के एसडीएम से तहसील चल रहा है. उन्होंने सीमा सील जैसा आंदोलन शुरु करने की चेतावनी भी दी है.I am a Munsiyari
सड़के अभी तक बंद है. रोजमर्रा के सामानो की किल्लत शुरु हो गई है.पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चार अगस्त को एसड़ीएम कार्यालय पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया जायेगा.I am a Munsiyari
जनप्रतिनिधियों ने कहा कि 16 जुलाई से तहसील के भीतर आपदा की घटनाओ में तेजी आ गई थी. 17 से आपदा का विनाशकारी रुप सीमांत देख रहा है. सरकार व प्रशासन के आपदा राहत एवं बचाव कार्य को लंबा समय देने के बाद सरकार के कार्यो पर नाराजगी जताई.I am a Munsiyari
कहा कि 20 लोगों की आपदा से मौत के बाद भी मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र में आने की जहमत नहीं उठाई.राज्य के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब इतनी मौतो के बाद भी मुख्यमंत्री ने संवेदना व्यक्त करने के लिए अपने प्रियजनो को खोने वालो के पास आना उचित नहीं समझा.I am a Munsiyari
बीस दिन बीतने के बाद भी समस्या कम होने की जगह बढ़ती जा रही है.आरोप लगाया कि बीआरओ तो किसी की भी नहीं सुन रहा है. दरांती से सेरा चक्की के बीच सैन्थल गाड़ में बही पुलिया व सड़क नहीं बन पाया है.
सेरा सुराईधार,पैकुंती, मदकोट, गोरीपार आदि क्षेत्रो का तहसील मुख्यालय से सम्पर्क कटा हुआ है. कुकिंग गैस व खाद्य सामग्री का अभाव होने लगा है. धापा बैंड से लीलम तक बना मोटर मार्ग भी नहीं खुल पाया.लोनिवि दुम्मर, पापड़ी -पैंकुती, दरकोट से नमजला व जलथ तथा जैती से घोरपट्टा मोटर मार्ग,दुम्मर से तल्ला दुम्मर मोटर मार्ग को यातायात के लिए खोल नही पाई है.
पीएमजीएसवाई मुनस्यारी से हरकोट व पापड़ी मोटर मार्ग को खोलने में विफल हो रही है.I am a Munsiyari
जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने तहसील प्रशासन को इस आंदोलन की सूचना दे दी है. कहा कि हमारे पास स्थायी एसडीएम नहीं है.इसकी मांग हम दो माह से उठा रहे है, लेकिन सरकार ने कांनो में अंगुली डाल रखी है. बीआरओ, लोनिवि व पीएमजीएसवाई जनित आपदा के रोकथाम के लिए अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है. I am a Munsiyari
कोरोना संक्रमण के दोषी बसेड़ा अस्पताल व दो नोडल अधिकारियो के खिलाफ अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.सरकार इस गंभीर मामले को दबाने में लगी है.
आपदा से अपना घर व गांव से बेदखल हो चुके परिवारो को पुर्नवास के लिए निशुल्क भूमि के साथ आठ लाख रुपये का पैकेज देने की मांग उठाई गई है.
जिप सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि गैर राजनैतिक बैनर तले हम सब मुनस्यारी क्षेत्र के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार के खिलाफ चार अगस्त से आंदोलन की शुरुवात कर रहे है. कहा कि सरकार नहीं चेती तो सीमा सील जैसे आंदोलन भी इस बार सीमांत की धरती में किया जायेगा.I am a Munsiyari