एसएसजे परिसर के छात्रों ने दी आमरण अनशन (Hunger Strike )की चेतावनी

Hunger Strike

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Students of SSJ campus warned Hunger Strike

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अल्मोड़ा:08जून 2020— एसएसजे परिसर के छात्र पिछले सात दिन से विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं.और अब उन्होंने आमरण अनशन (Hunger Strike)की चेतावनी दे डाली है.

Hunger Strike

सोमवार को भी सभी ने परिसर में धरना दिया और सभी सेमेस्टरों में छात्र—छात्राओं को प्रोन्नत करने की मांग उठाई. और कहा कि विश्वविधालय प्रशासन उनकी जायज मांगों की अनदेखी कर रहा है.

सुबह परिसर निदेशक प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट ने धरनारत छात्रों से वार्ता की और विश्वविद्यालय से आया पत्र पढ़कर सुनाया लेकिन छात्र ठोस कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.सभी छात्रों ने साफ किया कि यदि उनकी जायज मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह कल यानि मंगलवार से आमरण अनशन (Hunger Strike)पर चले जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी.

एनएसयूआई की ओर से यह आंदोलन किया जा रहा है. इस मौके पर सचिव विपुल कार्की, उपसचिव दीपक तिवारी,सहित एनएसयूआई से जुड़े अनेक छात्र धरने में बैठे रहे.परिसर निदेशक से हुई वार्ता के दौरान,प्रोक्टर डा. संजीव कुमार,छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती, छात्रा उपाध्यक्ष मेघा डसीला भी मौजूद रहे.

परिसर निदेशक ने कहा कि उन्होंने छात्रों की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के नियमानुसार छात्रों को आश्वासन दिया है लेकिन छात्रों की मांगों पर अंतिम निर्णय विश्वविद्यलय स्तर पर ही होना है. उन्होंने कहा कि वह लगातार आंदोलनरत छात्रों के संपर्क में हैं.

आंदोलनकारी छात्रों ने बनाई संघर्ष समिति

विगत एक सप्ताह से कोरोना वैश्विक महामारी के बीच छात्र छात्राओं के स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए सेमेस्टर परीक्षाओं को न करवाने व शुल्क माफी के सम्बन्ध में सांकेतिक आंदोलन किया जा रहा है.


छात्रों का कहना है कि अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन व परिसर प्रशासन द्वारा छात्र छात्राओं की मांगों को नजरअंदाज कर रहा है जो कदापि अनुचित है.


इस आंदोलन को और मजबूती देने के लिए आज उपसचिव छात्रसंघ दीपक तिवारी एवं एनएसयूआई जिला विपुल कार्की के नेतृत्व में छात्र हित संघर्ष समिति सोबन सिंह जीना परिसर, का गठन किया गया है.


इस समिति द्वारा ही इस छात्र आंदोलन की आगे की रणनीति को तैयार किया जाएगा और व इस आंदोलन को सफल बनाने हेतु समिति के कुछ प्रतिनिधि का ही चयन होगा.

विपुल कार्की ने बताया कि इस संघर्ष समिति के , येलो आर्मी, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ,गोल्डन बॉयज़ एंड गर्ल्स व ब्लू आर्मी छात्र संगठन जुड़े हुए हैं.