प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसे में 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा देर रात करीब ढाई बजे मेजा इलाके में हुआ, जब एक बोलेरो और बस की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, और उसमें सवार सभी 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
श्रद्धालु संगम स्नान के बाद लौट रहे थे
मृतकों की पहचान छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के श्रद्धालुओं के रूप में हुई है, जो प्रयागराज में संगम स्नान कर बोलेरो से वापस लौट रहे थे। वहीं, बस में सवार यात्री मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के थे, जो संगम स्नान के बाद वाराणसी जा रहे थे।
हादसे के बाद मची अफरातफरी, हाईवे पर जाम
दुर्घटना के बाद हाईवे पर लंबा जाम लग गया, जिससे यातायात बाधित हो गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को रामनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
हादसे की वजह ड्राइवर को झपकी आना?
प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसे का संभावित कारण बस या बोलेरो चालक को झपकी आना बताया जा रहा है। दुर्घटना के समय दोनों वाहनों के यात्री गहरी नींद में थे, जिससे टक्कर से बचाव नहीं हो सका। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए शव, परिजनों में मातम
पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। इस दर्दनाक हादसे से छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय प्रशासन घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करने में जुटा हुआ है।
सड़क सुरक्षा को लेकर फिर उठे सवाल
यह दुर्घटना एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा उपायों की कमी और लंबी दूरी के सफर में सावधानी बरतने की जरूरत को उजागर करती है। इस हादसे ने प्रशासन के लिए सड़क सुरक्षा को और मजबूत करने की चुनौती खड़ी कर दी है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।