History of the struggle of Ukd
अल्मोड़ा, 23 जुलाई 2020
उत्तराखंड क्रांति दल(ukd) की विकासखंड भैसियाछाना के कार्यकर्ताओं की बैठक यहां पेटशाल में संपन्न हुई. बैठक में क्षेत्र में बढ़ते अपराधों व जंगली जानवरों द्वारा हो रही जन-धन की हानि सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग व्यवस्था व रोजगार की समस्या पर चर्चा की गई.
बैठक को संबोधित करते हुए उक्रांद(ukd) के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि धन—बल से प्रभावित राजनीति में जहां विकास की सोच रखने वाले नेता हांसिए पर जा रहे हैं वहीं, पहाड़ के शांत गावों में भी राजनैतिक वर्चस्व के लिए खूनी संघर्ष हो रहे हैं जिसका खामियाजा आम जनता को विकास की कीमत चुकाकर भुगतना पड़ रहा है.
डालाकोटी ने कहा कि विकास के नाम पर धन की बंदरबांट हो रही है. जिससे मैदान और पहाड़, शहर और गांव में भारी असंतुलन पैदा हो गया है.
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है दिल्ली दरबार और धन बल के बल पर राज्य की राजनीति को दूषित कर रहे नेताओं से जनता को मुक्ति मिले और निस्वार्थ रूप से राज्य के हितों के लिए संघर्षरत उक्रांद(ukd) को आगे आने का मौका मिले. इसके लिए उक्रांद कार्यकर्ताओं को दल के संघर्ष के इतिहास और नीतियों को जन-जन तक पहुंचाना होगा.
उक्रांद(ukd) के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने दल के स्थापना दिवस 24-25 जुलाई को जन समस्याओं के ज्ञापन शासन—प्रशासन को भेजने तथा अन्य कार्यक्रमों की जानकारी दी. बैठक में राज्य आंदोलनकारी दिनेश शर्मा, गोपाल सिंह बनौला ने भी विचार व्यक्त किए.
बैठक संपन्न होने के बाद ब्लाक कमेटी का गठन किया गया. जिसमें पूरन सिंह बिष्ट को अध्यक्ष, विशंभर पेटशाली को उपाध्यक्ष, पूरन सिंह बगडवाल को महामंत्री, सुशील बहुगुणा को कोषाध्यक्ष, मुकेश सिंह को संगठन मंत्री महेश चन्द्र पाण्डेय को प्रचार मंत्री चुना गया.
इस अवसर आनन्द सिंह, मनोहर सिंह, गोविन्द राम, आशीष पैनवाल, अर्जुन सिंह नैनवाल, विनीत जोशी, पूरन सिंह, मोहित खनी, उदय महरा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
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