Pithoragarh- रविवार को होगा हिलजात्रा महोत्सव का भव्य आयोजन

पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ की बहुचर्चित सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था पर्वतीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कला समिति की ओर से हिलजात्रा महोत्सव का भव्य आयोजन रविवार…

Uttarakhand- The letters of purchase of Dharamshalas disappeared from the City Magistrate's office

पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ की बहुचर्चित सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था पर्वतीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कला समिति की ओर से हिलजात्रा महोत्सव का भव्य आयोजन रविवार को रामलीला मैदान सोरगढ़ में किया जाएगा। यह कार्यक्रम उत्तर मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र प्रयागराज, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।

कार्यक्रम संयोजक हेमराज सिंह बिष्ट का कहना है कि इन दिनों सीमांत जनपद में सातूं आठूं की धूम रहती है, जिसमें हिलजात्रा महोत्सव कार्यक्रम में चार चांद लगा देगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न जगहों पर मनाये जाने वाले लोकोत्सव हिलजात्रा का वर्तमान समय में पलायन एवं पाश्चात्य संस्कृति का हस्तक्षेप होने के कारण यह कुछ गांवों तक सिमट कर रह गया है, जिसे बचाने और फैलाने के उद्देश्य से हिलजात्रा का मंचन संस्था की ओर से किया जाता रहा है। हमारा उद्देश्य इस धरोहर को बचाकर नयी पीढ़ी को हस्तांतरित करना है।

कार्यक्रम में जनपद के ग्राम सिरोली, देवलथल, डुंगरी, पाभै, कीनिगाढ, बाराकोट, मूनाकोट, कुमौड़, छेड़ा और भड़कटिया के ग्रामीण युवक और युवतियों की भागीदारी इसमें रहेगी। ताकि ये कलाकार अपने अपने ग्राम क्षेत्रों में इस लोक थात को जीवंत रख सकें। बिष्ट के अनुसार कार्यक्रम में गौरा महेश्वर यानि गमरा की उत्पत्ति, हिरन चित्तल, लाटा-लाटी, गलिया बल्द, बैलों की अनेक जोडियाँ, रोपाई नृत्य तथा अंत में शिव की जटा से उत्पन्न लटेश्वर अर्थात लखिया भूत का मंचन किया जायेगा।