यहां एक ही गोली से हो गया गुलदार का एनकांउटर, बेहोश करने वाले वनकर्मियों पर हमले का प्रयास बनी आखिरी हरकत

सलीम मलिक की रिपोर्ट श्रीनगर। श्रीनगर मेडिकल कालेज में आतंक मचाने वाले गुलदार की ज़िन्दगी का खत्म मंगलवार की दोपहर बाद किया गया। बेहोश करने…

सलीम मलिक की रिपोर्ट
श्रीनगर। श्रीनगर मेडिकल कालेज में आतंक मचाने वाले गुलदार की ज़िन्दगी का खत्म मंगलवार की दोपहर बाद किया गया। बेहोश करने के लिए ट्रेंक्यूलाइज गन से गुलदार पर निशाना लगाने वाली वनकर्मियों की टीम पर ही हमला करने वाले इस गुलदार को वनकर्मियों की जान बचाने के लिए गोली मारनी पड़ी। एक ही गोली में गुलदार के साथ ही उसका आतंक भी खत्म हो गया।
रविवार सुबह दस बजे यह गुलदार भटकते हुए उस समय मेडिकल कॉलेज में घुस गया था जब वहां डाक्टरों की बैठक चल रही थी। गुलदार को देख कॉलेज परिसर मे भगदड़ मच गयी थी। भगदड़ से घबराये गुलदार ने तीन कर्मचारियों को जख्मी कर दिया था। इसके बाद से गुलदार की कॉलेज कैम्पस में ही लुका-छिपी चल रही थी।

https://uttranews.com/2019/06/26/iswar-raised-voice-for-15-years-on-the-question-of-education-of-peoples-representatives/

वन विभाग ने कॉलेज परिसर को खाली करवाकर कई जगह पिंजरे भी लगाये थे लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी गुलदार को पकड़ा नहीं जा सका था। जिसकी वजह से मेडिकल कॉलेज का कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गया था। डीएफओ पौड़ी लक्ष्मण सिंह रावत के नेतृत्व में वन-विभाग की टीम को आज दोपहर कम्युनिटी मेडिशन विभाग के शौचालय मे गुलदार छिपा दिखा। जिसके बाद ट्रेंक्यूलाईज गन के सहारे गुलदार को बेहोश करने के लिए जैसे ही फायर किया तो गुलदार ने वन कर्मियों पर हमला बोल दिया, मजबूरन वन कर्मियों को गुलदार ओर सीधे गोली चलानी पड़ी जो कि सीधे गुलदार के सिर में लगी जो कि उसे मौके पर ही ढेर करने के लिए काफी हुई। गुलदार की मौत के बाद कॉलेज प्रशासन और वन विभाग ने राहत की सांस ली। वन-विभाग की टीम गुलदार के इस एनकाउंटर के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम करने की तैयारी कर रही है, जिसके बाद उसके शव को नष्ट करने की कार्यवाही की जायेगी।