shishu-mandir

यहां खुरपका रोग से आधे दर्जन से अधिक भेड़ों की हो चुकी मौत, कई भेड़—बकरियां गंभीर रूप से घायल, प्रशासन बेखबर

Newsdesk Uttranews
2 Min Read
Screenshot-5

डेस्क। बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के सूदरवर्ती गांव चौड़ास्थल गांव में इन दिनों सैकड़ों भेड़ खुरपका रोग की चपेट में है। अभी तक आधे दर्जन से अधिक भेड़ों की मौत हो चुकी है। सूचित करने के बाद भी प्रशासन बेखबर बना हुआ है।
चौड़ास्थल में पिछले कई दिनों से भेड़ इस ​बीमारी की चपेट में है। एक ओर प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रोकने के लिए स्वरोजगार अपनाने की बात कर रही है। दूसरी ओर स्वरोजगार से जुड़े लोगों को सुविधायें मुहैया नहीं करा पा रही है। ग्रामीण कई बार प्रशासन को सूचित कर चुके है। लेकिन प्रशासन हाथ में हाथ धरे बैठा है। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिने पहले एक पशु चिकित्सक गांव में आये लेकिन वह दवाई देकर खानापूर्ति कर के चले गये। जिससे भेड़ों की हालत में कोई सुधार नहीं हो पाया। गांव के ही हयात सिंह के 3 भेड़ों की बीमारी की चपेट में आने से मौत हो गई है। इसके अलावा बहादुर राम समेत अन्य ग्रामीणों के कई भेड़ों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी से भेड़ व बकरीपालकों में हड़कंप मचा हुआ है। बता दे कि 500 से अधिक आबादी वाले इस गांव में 20 से अधिक परिवार भेड़ व बकरीपालन से जुड़े हुए है। जिनकी आजीविका का यह मुख्य साधन है। ग्रामीणों ने बताया कि खुरों में सूजन, बीमार तथा घाव पड़ने कई भेड़ बकरियां घायल है। पहले खुर का पकना उसके बाद उसमें कीड़े उत्पन्न होने से कई बार भेड़ों के खुर पैर से अलग हो जा रहे है। जिसके बाद वह चलने में असमर्थ हो जा रहे है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस बीमारी की रोकथाम के लिए गांव में चिकित्सकों की टीम भेजने की गुहार लगायी है। जिससे उनकी पालतू भेड़ व बकरियां इस बीमारी से ग्रसित होने से बच सके।

new-modern
gyan-vigyan