देश में तीखी गर्मी ने दस्तक दे दी है और मौसम विभाग के अनुसार इसका असर इस सप्ताह कम से कम दस राज्यों में देखने को मिलेगा। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों समेत अन्य राज्यों में लोगों को लू और उमस जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस संबंध में चेतावनी जारी की है। हालांकि पहाड़ी राज्यों के लिए थोड़ी राहत की खबर है, क्योंकि 9 और 10 अप्रैल को वहां बारिश के आसार जताए गए हैं।
आईएमडी ने बताया है कि अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत, महाराष्ट्र और दक्षिणी प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इसी अवधि में मध्य भारत में भी तापमान के 2 से 3 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है। गुजरात में अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में लगभग 2 डिग्री की वृद्धि देखी जा सकती है।
गुजरात के कुछ हिस्सों में 10 अप्रैल तक हीट वेव चलने की संभावना है। वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ में 7 अप्रैल तक भीषण लू का खतरा बना रहेगा। राजस्थान में भी 10 अप्रैल तक गर्म हवाएं चल सकती हैं, जबकि 7 से 9 अप्रैल के बीच इन इलाकों में लू की स्थिति और गंभीर हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में 7 अप्रैल को, हरियाणा और चंडीगढ़ में 10 अप्रैल तक लू चलने की संभावना है।
इसके अलावा, पंजाब में 7 से 10 अप्रैल के बीच, दिल्ली में 7 और 8 अप्रैल को, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 से 9 अप्रैल के बीच, तथा मध्य प्रदेश में 8 से 10 अप्रैल तक गर्म हवाएं चल सकती हैं। दूसरी ओर, केरल और माहे में 7 अप्रैल तक, कर्नाटक में 8 अप्रैल तक और पूर्व व पूर्वोत्तर भारत में 10 अप्रैल तक कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। बिहार में 9 अप्रैल को ओलावृष्टि के संकेत हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 9 और 10 अप्रैल को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के लिए मौसम विभाग की चेतावनी और भी गंभीर है। विभाग के अनुसार अप्रैल, मई और जून के महीनों में राज्य में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा सकता है। प्रदेश में लू के साथ भीषण गर्मी पड़ने की पूरी आशंका है। मौसम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि इन महीनों में उत्तर प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रह सकता है और दिन के समय तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना रह सकता है।
रात के तापमान में भी असामान्य वृद्धि देखने को मिल सकती है। सिंह के अनुसार, न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहेगा, जिससे रातों में राहत नहीं मिल सकेगी। बुंदेलखंड क्षेत्र को इस बार गर्मी का मुख्य केंद्र माना जा रहा है, जहां झांसी और चित्रकूटधाम मंडल के सात जिले आते हैं। इसके अलावा, राजस्थान की सीमा से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी भीषण गर्मी का खतरा मंडरा रहा है।