प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव ने भी अपने-अपने अनुभव किए साझा

टीम इंडिया की वर्ल्ड कप जीत में सभी खिलाड़ियों ने अपना-अपना खास योगदान दिया, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच के आखिरी ओवर में…

Hardik Pandya and Suryakumar Yadav also shared their experiences in front of Prime Minister Narendra Modi

टीम इंडिया की वर्ल्ड कप जीत में सभी खिलाड़ियों ने अपना-अपना खास योगदान दिया, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच के आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव द्वारा पकड़ा गया कैच वाकई ऐतिहासिक रहा। इस कैच ने न सिर्फ मैच का रुख मोड़ दिया, बल्कि हार्दिक पांड्या को भी निशब्द कर दिया।

टीम इंडिया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी ने हार्दिक पांड्या से पूछा कि, फाइनल मैच के बाद दिए गए इंटरव्यू में वो स्पीचलेस क्यों थे?

इसपर, हार्दिक पांड्या ने बताया कि पिछले छह महीने उनके लिए काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे। लोगों से आलोचनाएं का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हमेशा खेल से जवाब देने का फैसला किया। मैच जीतने के बाद भी वो स्पीचलेस हो गए थे और अब भी स्पीचलेस हैं।

पीएम मोदी ने सूर्या से पूछा कि वो उस ऐतिहासिक कैच के वक्त क्या सोच रहे थे? इसपर सूर्या ने बताया कि उनका ध्यान सिर्फ इस बात पर था कि बॉल बाउंड्री के बाहर ना जाए, चाहे वो 1या 2 रन भी ले। वो बॉल दूसरे खिलाड़ी को देना चाहते थे, लेकिन रोहित शर्मा काफी दूर थे, इसलिए उन्होंने खुद ही कैच पकड़ा।

सूर्या ने बताया कि उन्होंने इस तरह के कैच की काफी प्रैक्टिस की है। वो फील्डिंग में भी बेहतर योगदान देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने काफी मेहनत की।

पीएम मोदी ने हैरानी जताते हुए पूछा कि क्या इस तरह के कैच की भी प्रैक्टिस हो जाती है? कोच राहुल द्रविड़ ने बताया कि सूर्या ने 150 से ज़्यादा इस तरह के कैच प्रैक्टिस में पकड़े हैं।

सूर्या ने कहा कि वो ये नहीं जानते थे कि भगवान उन्हें ऐसे टाइम पर मौका देंगे, लेकिन प्रैक्टिस की वजह से उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।

सूर्यकुमार यादव का कैच वाकई गेम चेंजिंग कैच साबित हुआ। इस कैच ने टीम इंडिया को जीत की ओर बढ़ाया और उन्हें वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाने में मदद की।