देश के नए मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार को नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। कानून मंत्रालय ने सोमवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की। गौरतलब है कि ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य निर्वाचन आयुक्त हैं। उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा, जिसके कुछ दिनों बाद निर्वाचन आयोग अगले लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारियों को अंतिम रूप देगा।
हरियाणा कैडर के विवेक जोशी बने नए निर्वाचन आयुक्त
निर्वाचन आयोग में एक और महत्वपूर्ण नियुक्ति के तहत हरियाणा कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक जोशी को नया निर्वाचन आयुक्त बनाया गया है। 21 मई 1966 को जन्मे जोशी 2031 तक निर्वाचन आयोग का हिस्सा बने रहेंगे। नए कानून के अनुसार, मुख्य निर्वाचन आयुक्त या निर्वाचन आयुक्त की अधिकतम आयु 65 वर्ष हो सकती है या वे अधिकतम 6 वर्षों तक इस पद पर रह सकते हैं।
बिहार, केरल, पश्चिम बंगाल समेत कई चुनावों की जिम्मेदारी
ज्ञानेश कुमार अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम चुनावों की जिम्मेदारी संभालेंगे, जिनमें बिहार विधानसभा चुनाव 2024 और केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 शामिल हैं। इन चुनावों में निष्पक्ष एवं सुचारू संचालन सुनिश्चित करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
370 हटाने के फैसले में निभाई थी अहम भूमिका
ज्ञानेश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को हटाने के बाद इसे लागू करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 15 मार्च 2024 को निर्वाचन आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। वे 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
शिक्षा और प्रशासनिक अनुभव
ज्ञानेश कुमार का शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव बेहद समृद्ध रहा है। उन्होंने:
आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया।
आईसीएफएआई विश्वविद्यालय से बिजनेस फाइनेंस की पढ़ाई की।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय (HIIID) से पर्यावरण अर्थशास्त्र का अध्ययन किया।
अपने प्रशासनिक करियर के दौरान ज्ञानेश कुमार ने केंद्र और राज्य सरकारों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इनमें शामिल हैं:
केरल सरकार में असिस्टेंट कलेक्टर (एर्णाकुलम), एसडीएम (अडूर), कोचीन नगर निगम के नगर आयुक्त।
केरल राज्य विकास निगम में एससी/एसटी कल्याण योजनाओं के लिए प्रबंध निदेशक।
भारत सरकार में रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव एवं अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव।
ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब देश में चुनावी प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक बहसें जारी हैं। बतौर मुख्य निर्वाचन आयुक्त उनका मुख्य दायित्व लोकसभा चुनाव 2029 और प्रमुख विधानसभा चुनावों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराना होगा। उनकी प्रशासनिक क्षमता और पूर्व अनुभव को देखते हुए, उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखते हुए अपनी भूमिका का प्रभावी निर्वहन करेंगे।