ग्रामीणों की सूझ—बूझ से गौशाला में कैद हुआ गुलदार, मची अफरा—तफरी: वन विभाग की टीम ने गुलदार को पिंजरे में किया कैद

ग्रामीणों की सूझ—बूझ से गौशाला में कैद हुआ गुलदार, मची अफरा—तफरी: वन विभाग की टीम ने गुलदार को पिंजरे में किया कैद

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बेतालघाट सहयोगी
विकासखंड बेतालघाट के ग्राम पंचायत हरचनोली में वन पंचायत सरपंच की गौशाला में गुलदार घुस गया। इस खबर से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। सूझ—बूझ व हिम्मत दिखाते हुए ग्रामीणों ने दरवाजा बंद कर गुलदार को गौशाला में कैद कर दिया।
घटना बीती रात करीब ढाई बजे की बताई जा रही है। हरचनोली गांव की सरपंच जीवंती देवी व उनके परिजन मकान के उपरी मंजिल में सोये हुए थे। रात को अचानक गौशाला के दरवाजे के खुलने की आवाज सुन जीवंती व उनके परिजन बाहर आये। बाहर आकर देखा तो कुछ बकरियां गौशाला से निकलकर बाहर आई हुई थी। भगीरथ लाल ने टॉर्च से गौशाला में देखा तो उनके होश उड़ गए। अंदर पहले से गुलदार घुसा हुआ था। भगीरथ ने अपनी सूझ बूझ व किसी तरह हिम्मत जुटाकर दरवाजा बंद कर गुलदार को गौशाला में कैद कर दिया। गुलदार के साथ एक बकरी भी गौशाला में बंद हो गई। आनन—फानन में वन विभाग को घटना की सूचना दी गई। गुलदार को देखने के लिए ग्रामीणों की काफी भीड़ इकट्ठी हो पड़ी।
शनिवार सुबह पहुंची वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद गुलदार को पिंजरे में कैद किया। जिसके बाद उसे रेसक्यू सेंटर उठा ले गई। इस पूरी घटना में हैरतअंगेज करने वाली बात यह है जब वन विभाग की टीम ने गुलदार को पिंजरे में कैद किया और गौशाला के अंदर बकरी को ढूंढा तो बकरी पूरी तरह सुरक्षित थी। ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला में कैद होने से गुलदार डर गया होगा जिस कारण उसने बकरी पर अटैक नहीं किया।