Government should declare Garrison as summer not permanent capital
अल्मोड़ा 09 जून, 2020
गैरसैंण (भराड़ीसैंण) को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद उत्तराखंड क्रांति दल, राज्य आंदोलनकारियों समेत कई संगठन इसका विरोध कर रहे है. गैरसैंण (Gairsain) को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने की मांग कर रहे है.
उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में संगठन के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रहमानंद डालाकोटी एवं जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा है कि प्रदेश सरकार गैरसैंण (Gairsain) को ग्रीष्मकालीन नही स्थायी राजधानी घोषित करें. उन्होंने कहा कि गैरसैंण भराड़ीसैंण जहां राज्य के बीचों बीच स्थित है वही, उत्तराखण्ड वासियों द्वारा राजधानी के लिए सर्वमान्य रूप से स्वीकार्य स्थान है.
उक्रांद नेताओं ने कहा कि राज्य आन्दोलन के दौरान आन्दोलन को तोड़ने के लिए खुद भाजपा—कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दलों ने राजधानी का सवाल उठाकर आन्दोलन को तोड़ने की कोशिश की. परिणाम स्वरूप उत्तराखण्ड क्रांति दल ने गैरसैंण (Gairsain) को राजधानी के लिए प्रस्तावित किया. जिसे राज्य की जनता ने हाथोहाथ लिया.
उत्तराखण्ड राज्य के गठन हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित की गई कौशिक समिति द्वारा भी गैरसैंण (Gairsain) को ही उत्तराखण्ड की जनता द्वारा सर्वाधिक पसंदीदा स्थान व उपयुक्त स्थान मानते हुए अपनी रिपोर्ट में राजधानी के लिए संस्तुत किया गया. लेकिन राज्य की स्थापना के समय उक्त तथ्यों को नजर अंदाज करते हुए भाजपा सरकार ने चालाकी से देहरादून को अस्थाई राजधानी घोषित कर दिया.
उन्होंने कहा कि जनता के दबाब के चलते बहुगुणा सरकार में गैरसैंण (Gairsain) में पहली बार विधानसभा सत्र आयोजित किया. जिसके बाद विधानभवन व अन्य भवनों के निर्माण किया. लेकिन उसके बाद न तो तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने गैरसैंण (Gairsain) को राजधानी घोषित किया और न ही विपक्षी भाजपा ने सरकार में आने के बाद गैरसैंण को राजधानी बनाए जाने का वादा पूरा किया. कहा कि गैरसैंण (Gairsain) को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर भाजपा सरकार ने उत्तराखण्ड विरोधी अपना चेहरा स्वयं बेनकाब कर दिया है.
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने जिस प्रकार उक्रांद के नेतृत्व में उत्तराखण्ड राज्य के लिए संघर्ष किया उसी प्रकार उत्तराखण्ड के सुनियोजित सर्वांगीण विकास हेतु एक बार फिर गैरसैंण (Gairsain) राजधानी बनाए जाने हेतु उत्तराखण्ड क्रांति दल उसी तर्ज पर संघर्ष करेगा.