जागेश्वर धाम(jageshwar dham) को केन्द्र में रखकर होगा आजीविका संर्वद्धन कार्य
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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में जागेश्वर धाम सहित लोक आस्था के केन्द्र(Centers of public faith) अब आध्यात्म(spirtual) के साथ ही आर्थिकी(economy) से भी जुड़ेंगे, इसकी परिकल्पना जागेश्वर धाम को केन्द्र में रखकर प्रशासन स्प्रीच्युवल इकॉनोमिक जोन (Spiritual Economic Zone)का विकास करने की पहल कर रहा है. इसका प्रस्तुतिकरण मुख्य सचिव के संम्मुख हो चुका है.यह स्प्रीच्युवल इकॉनोमिक जोन देश का पहला आध्यात्मिक इकॉनोमिक जोन(Spiritual Economic Zone) होगा.
उद्योग और पर्यटन विभाग इसमें नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेंगे. अल्मोड़ा जिले में जागेश्वर धाम सहित कई मंदिर और पूजा स्थल ऐसे ही जिनकी अपनी कई प्रसिद्ध मान्यताएं हैं लेकिन सभी मंदिर एक साथ एक सर्किट से नहीं जुड़ पाए हैं ऐसे में जिला प्रशासन सात सूत्रीय सिद्धांतो(Seven point principles) के साथ जागेश्वर धाम को केन्द्र में रखकर स्प्रीच्युवल इकॉनोमिक जोन का निर्माण का प्रयास कर रहा है.
इस पहल में जागेश्वर,झांकरसैम,वृद्ध जागेश्वर,कटारमल, चितई सहित प्रसिद्ध मंदिरों में योग और आध्यात्म को पर्यटन,स्वास्थ्य और आजीविका से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. जहां जो सुविधा सुलभ है उसे आजीवका के माध्यम से जोड़ा जाएगा. यहां वेलनेस(स्वास्थ्य),योगा,हस्तशिल्प सहित सात सूत्रीय सिंद्धांतो को ध्यान में रखकर आध्यात्म आर्थिकी जोन यानी स्प्रीच्युवल इकॉनोमिक जोन बनाया जाएगा. इनमें साहसिक खेल गतिविधियों व योग को भी स्थान दिया जाएगा. उम्मीद है कि यह जोन आने वालों को आध्यात्म की बारीकी से अवगत कराने के साथ ही उससे जुड़े स्थानीय लोगों को रोजगार भी मुहैया कराएगा. आस्था और आध्यात्म को आर्थिकी से जोड़ना इस कार्यक्रम का हिस्सा है. जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि इस का प्रस्तुतिकरण मुख्य सचिव के सम्मुख हो चुका है. यह कार्यक्रम सात सूत्रीय सिद्धांत पर चलाया जाएगा.