अल्मोड़ा, 28 सितंबर 2020- पहाड़ में जहां बेरोगारी और उद्यमशीलता की कमी का रोना अक्सर रोया जाता है वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो अपने घर में ही आजीविका चला रहे हैं और स्वरोजगार के रूप में एक मिशाल बने हैं। द्वाराहाट के दूनागिरी में नेगी परिवार भी सब्जी (farming) और दुध के कारोबार से बेहत्तर लाभ कमा रहे है। भीम सिंह नेगी खुद तो यह कार्य सफलतापूर्वक कर ही रहे हैं उनका पुत्र योगेश भी इस कार्य को पूरी मेहनत से आगे बढ़ा रहा है।
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पहाड़ में स्वरोजगार की संभावनाओं में सब्जी उत्पादन (farming) ही है, जिसे अधिकांश प्रवासी भी गांवों में लौटकर करने लगी है। द्वाराहाट के दूनागिरी में नेगी परिवार पिछले कई कुछ सालों से सब्जी और दुध का व्यवसाय कर रहे है. बेमौसमी सब्जी की रानीखेत, द्वाराहाट, सहित आसपास के क्षेत्रों में काफी मांग है।
भीम सिंह नेगी ने बताया कि मूली, मटर, बंदगोबी सहित अनेक मौसमी सब्जियों का उत्पादन वह अपने फार्म से करते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कार्यरत होने के दौरान ही उन्हें खेती करने का आयडिया आया और तब से वह अनवरत यहां जुट गए हैं। और यही खेती (farming) उनकी आय का एकमात्र जरिया है।
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भीम सिंह नेगी के पुत्र योगेश ने भी माटी की कीमत पहचानी और पोस्ट ग्रेजुऐशऩ करने के बाद योगेश नेगी मैदानी क्षेत्रों में नौकरी के लिए भटकने की बजाय खेती (farming) को ही अपनाया और पिता के साथ ही सब्जियों और दुध को मार्केट में देना शुरु किया जिससे अच्छा मुनाफा कमा रहे है।
जैविक उत्पादन की मांग बाजार में काफी है। पहाड़ की बेमौसमी सब्जी (farming) की तो बात ही क्या, उसकी मांग पहाड़ में ही काफी है। योगेश नेगी ने बताया कि सब्जियों के अलावा वह दुग्ध उत्पादन का कार्य भी करते हैं। इससे उन्हे एक सम्मानजनक आय हो जाती है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा इस कार्य को और बढ़ाने और उत्पाद को बड़े बाजारों तक पहुंचाने का है।