गति फाउंडेशन और इंडिया हाइक्स हिमालयी पर्यावरण पर मिलकर काम करेंगे

देहरादून। गति फाउंडेशन और प्रसिद्ध ट्रैकिंग कंपनी इंडिया हाइक्स ने भारतीय हिमालय के पर्यावरण संरक्षण और इसमें आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए…

देहरादून। गति फाउंडेशन और प्रसिद्ध ट्रैकिंग कंपनी इंडिया हाइक्स ने भारतीय हिमालय के पर्यावरण संरक्षण और इसमें आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है। यह पहला मौका है जब इस तरह के मसले पर एक विशुद्ध ट्रैकिंग कंपनी और नीतिगत मसलों पर काम करने वाले थिंक ट्रैंक ने आपस में समझौता किया है। 27 जुलाई, 2018 को दोनों के बीच इस संबंध में एक एमओमयू पर हस्ताक्षर किये गये। गति फाउंडेशन ने इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए हिमालय पर्यावरण रिपोर्टिंग फोरम (एचईआरएफ) का गठन किया है। इंडिया हाइक्स एक ट्रैकिंग कंपनी है, जो उत्तराखंड सहित देश के 10 हिमालयी राज्यों में ट्रैकिंग गतिविधियां चलाती है।

गति फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने कहा कि भारतीय हिमालयी क्षेत्र का पारिस्थितिकी तंत्र विषम परिस्थितियों से जूझ रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र की पारिस्थितिकी संबंधी सूचनाओं विश्लेषण करके डिजिटल व शोसल मीडिया के माध्यम से इनका प्रचार-प्रसार करना और आम नागरिक को इस चिन्ता में शामिल करना आज एक बड़ी जरूरत है। फिलहाल पर्यावरण संबंधी मसलों में लोगों की राय लेने और उनके साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान करने का कोई मंच मौजूद नहीं है। इसे में गति फाउंडेशन इंडियाहाइक्स के साथ मिलकर जनशक्ति का उपयोग करके इस रिक्तता का भरने की दिशा में काम करेगा।

इस अभियान के तहत घटनाओं की जानकारी साझा करने के साथ ही हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए समग्र विकास की चुनौतियों और इसके समाधान जैसे मसलों पर मंथन किया जाएगा। इसके लिए पैनल चर्चा, सम्मेलनों आदि का आयोजन की भी योजना है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लैटफार्म के माध्यम से सूचनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य पहाड़ों में संतुलित विकास को बढ़ावा देना और पर्यावरण संबंधी मसलों पर जनभागीदारी को सुनिश्चित करते हुए वास्तविक चुनौतियों को सामने लाना है। अनूप नौटियाल के अनुसार गति फाउंडेशन सामाजिक और पर्यावरण संबंधी मसलों को लेकर राज्य में काफी समय से सक्रिय है और अब अपने कार्य को आगे बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।

इंडिया हाइक्स की प्रमुख लक्ष्मी सेल्वाकुमारन ने कहा कि गति फाउंडेशन के साथ कचरा नियंत्रण पर उनका काम इसी साल अगस्त में शुरू हो जाएगा। इस अभियान में ऊपरी हिमालयी क्षेत्र में प्लास्टिक नियंत्रण पर प्रमुख रूप से ध्यान दिया जाएगा। इस अभियान में तीन हिमालयी राज्यों-जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को शामिल किया जाएगा। अभियान के तहत तीनों राज्यों में लम्बी पैदल यात्राएं करके साहसिक पर्यटन के साथ ही पर्यावरण संबंधी मसलों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

इंडिया हाइक्स भारत का सबसे बड़ा ट्रैकिंग समुदाय है, जिसका मुख्यालय बैंगलुरु में है। यह कंपनी हिमालयी ट्रैकिंग की एक अग्रणी कंपनी मानी जाती है। कई नये ट्रैकिंग रूट्स और नई जगहों का पता लगाकर इस कंपनी ने लोकप्रियता हासिल की है। कंपनी के विशेषता यह है कि ट्रैकिंग के साथ ही कंपनी ने पर्यावरण संबंधी मसलों पर भी ध्यान दिया है। हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा इंडियाहाइक्स का प्रमुख उद्देश्य रहा है। पिछले वर्ष कंपनी ने हिमालय वेस्ट ऑडिट का आयोजन किया था। इसके साथ ही कंपनी द्वारा ग्रीन टेल्स प्रोजेक्ट भी शुरू किया गया है।

गति फाउंडेशन उत्तराखंड के देहरादून स्थिति एक पर्यावरण और नीति थिंक टैंक है। यह तीन ए  एनालेसिस (विश्लेषण), एडवोकेसी (वकालत) और एक्शन (कार्य) में विश्वास करती है, ताकि स्थिर और रचनात्मक परिवर्तनों की दिशा तय हो सके। फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की साझेदारी और सहभागिता से नीति संबंधी अनुसंधान करना और शासन को बेहतर मानकों पर आधारित नीति निर्माण संबंधी सलाह देना है।