महाकुंभ में रोज लाखों लोग लगातार पहुंच रहे हैं। कोई भी संगम में स्नान का मौका नहीं छोड़ रहा है। लोगों के आस्था उन्हें संगम की धरती पर खींचकर ला रही है कि लोग किसी भी तरह से जो साधन मिल रहा है वह वैसे ही वहां जा रहा है। ऐसे में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें बक्सर के 7 युवक महाकुंभ में जाम से हो रही परेशानी से बचने के लिए एक अनोखा तरीका अपना रहे हैं। यह सभी गंगा नदी पर नाव चलाते हुए प्रयागराज पहुंचे और फिर इसी से सुरक्षित वापस भी लौट आए ।
बिहार के बक्सर स्थित कम्हरिया गांव के सात युवाओं का एक समूह 550 किलोमीटर की अनोखी यात्रा करके प्रयागराज के महाकुंभ पहुंचा। इसमें उन्हें करीब 20,000 रुपये का खर्च आया। युवकों ने नाव में दो इंजन लगाए थे ताकि अगर एक में खराबी आए तो दूसरे इंजन से नाव चलती रहे इतना ही नहीं युवाओं ने नाव पर की खाने-पीने और आराम करने की व्यवस्था भी कर रखी थी इन्होंने साथ में 5 किलो वाला गैस सिलेंडर, चूल्हा, 20 लीटर पेट्रोल, सब्जी, चावल, आटा और रजाई-गद्दे रखे थे।
युवकों ने 11 फरवरी सुबह 10 बजे बिहार के बक्सर जिले में कमहरिया गांव से यात्रा शुरू की। फिर वे कमहरिया से जमनिया, यूपी के गाजीपुर, वाराणसी होते हुए 12 फरवरी की रात करीब 1 बजे प्रयागराज पहुंचे। नाव को प्रयागराज में संगम पहुंचने से 5 किलोमीटर पहले रोक लिया गया क्योंकि आगे पीपा (पांटून) पुल थे, इसलिए नाव संगम तक नहीं जा सकती थी।