उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सदन में बताया कि अगले दो महीनों में 1500 वार्ड बॉय की भर्ती की जाएगी, जिससे अस्पतालों में स्टाफ की कमी को दूर किया जा सकेगा। इसके अलावा, राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए मेडिकल छात्रों को पीजी की पढ़ाई के बाद सेवा के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खानपुर, डोईवाला, रायपुर और सितारगंज समेत कई स्थानों पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उच्चीकृत कर उप-चिकित्सालय बनाया जाएगा। एमबीबीएस बैकलॉग के 275 पदों को भरने के लिए जल्द ही विज्ञापन जारी किया जाएगा।
सरकार की 272 फ्री जांच योजना के तहत अब तक 26 लाख से अधिक लोगों की नि:शुल्क जांच हो चुकी है, जबकि राज्य के पहाड़ी इलाकों में 1.5 लाख संस्थागत प्रसव कराए गए हैं। टीबी उन्मूलन अभियान के तहत अब तक 5000 से अधिक गांवों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है।
राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज को फिलहाल पीपीपी मोड में नहीं चलाया जा रहा है। विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करना और लोगों को उनके गांवों में ही बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है।