धौलादेवी/अल्मोड़ा::आयुष्मान आरोग्य मंदिर गुरुड़ाबांज के तत्वावधान में ग्राम लधोल में एक निशुल्क एनसीडी (गैर-संचारी रोग) स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना और स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाना था।
शिविर के दौरान 24 लोगों के ब्लड शुगर और रक्तचाप की जांच की गई, साथ ही जरूरतमंदों को निशुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, धौलादेवी ब्लॉक के क्षेत्र अन्वेषक विजय उप्रेती ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के शिविर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए बहुत आवश्यक हैं। उन्होंने ग्रामीणों से ऐसे स्वास्थ्य शिविरों में अधिक संख्या में भाग लेने का आग्रह किया ताकि वे समय रहते आवश्यक स्वास्थ्य जांच करवा सकें और उचित उपचार प्राप्त कर सकें।
शिविर में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी
इस शिविर में कई स्वास्थ्य कर्मियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रमुख रूप से –
सी.एच.ओ. (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) गुरुड़ाबांज कु. दीपण कनवाल
ए.एन.एम. (सहायक नर्सिंग मिडवाइफ) श्रीमती भावना बिष्ट,आशा कार्यकर्ता श्रीमती पुष्पा देवी
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के क्षेत्र अन्वेषक विजय उप्रेती
इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य जांच की प्रक्रिया समझाई और बीमारियों की प्रारंभिक पहचान और रोकथाम के महत्व पर जोर दिया।
ग्रामीणों ने दिखाया उत्साह
ग्राम लधोल के निवासियों ने इस स्वास्थ्य शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लिया और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। शिविर में आए लोगों ने आयोजकों और चिकित्सा टीम का आभार प्रकट किया और भविष्य में भी ऐसे शिविरों के आयोजन की मांग की।
समुदाय को मिला लाभ
यह स्वास्थ्य शिविर गैर-संचारी रोगों (NCDs) की पहचान और रोकथाम के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। उच्च रक्तचाप (Hypertension) और मधुमेह (Diabetes) जैसी बीमारियों की समय पर जांच और उपचार लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक साबित होगी।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर गुरुड़ाबांज एवं टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की यह पहल स्वास्थ्य सेवा को ग्रामीण स्तर तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आयोजकों ने भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।