उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हो रहे विवाह समारोह में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। गजरौला ब्लॉक के गांव बावनपुरा माफी निवासी प्रियंका की शादी अमरपाल नामक युवक से तय हुई थी, लेकिन वह समारोह में नहीं पहुंचा। ऐसे में लड़की पक्ष ने घपलेबाजी करते हुए उसकी जगह गांव सलेमपुर गोसाई के कपिल कुमार को दूल्हा बना दिया।
कपिल ने अमरपाल के नाम से आधार कार्ड भी बनवा रखा था और इसी नाम से मंडप में बैठा था। शादी की रस्में चल ही रही थीं कि किसी ने अधिकारियों को सूचना दे दी कि कपिल पहले से शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है। उसकी पत्नी का नाम कोमल है। सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर जांच की और सच सामने आते ही शादी को रोक दिया गया। दहेज का सामान भी वापस ले लिया गया।
इस मामले में जिला समाज कल्याण अधिकारी पंखुरी जैन ने बताया कि आरोपी युवक और युवती के खिलाफ शासकीय धनराशि के अपहरण, धोखाधड़ी और गलत तरीके से सरकारी लाभ लेने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। वहीं, मामले में लापरवाही बरतने पर ग्राम विकास अधिकारी पल्लवी को निलंबित करने के आदेश जनपद आगरा के डीडीओ को भेजे गए हैं।
शिव इंटर कॉलेज में आयोजित इस सामूहिक विवाह समारोह में 200 हिंदू-मुस्लिम जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इसमें मंडी धनौरा, गजरौला ब्लॉक, नगर पालिका और बछरायूं पालिका के लाभार्थी शामिल रहे। समारोह में पहुंचे सांसद कंवर सिंह तंवर और विधायक राजीव तरारा ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।