कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा का हुआ निधन, सभी ने जताया दुख, प्रियांक खरगे ने लिखा पोस्ट

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता एसएम कृष्णा का मंगलवार सुबह अपने आवास पर निधन हो गया। उन्होंने मंगलवार 2:45 पर बेंगलुरु में अपने…

Former Karnataka Chief Minister SM Krishna passed away

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता एसएम कृष्णा का मंगलवार सुबह अपने आवास पर निधन हो गया। उन्होंने मंगलवार 2:45 पर बेंगलुरु में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उन्होंने 11 अक्टूबर 1999 और 2004 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था।

इसके अलावा वह 6 दिसंबर 2004 और 8 मार्च 2008 के बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे थे। बताया जा रहा है कि वरिष्ठ राजनेता काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और प्रियांक खरगे समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

प्रियांक खरगे ने जताया दुख

प्रियांक खरगे ने सोशल मीडिया पर लिखा, “श्री एसएम कृष्णा के निधन से गहरा दुख हुआ। एक मुख्यमंत्री और नेता के रूप में उन्होंने राज्य और राष्ट्र पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी दूरदर्शिता और समर्पण ने कर्नाटक की प्रगति को आकार दिया और बेंगलुरु के लिए उनके कॉर्पोरेट दृष्टिकोण ने उन्हें कई लोगों का प्रिय बना दिया। हम अभी भी बेंगलुरु को एक वैश्विक शहर के रूप में स्थापित करने के उनके दृष्टिकोण का लाभ उठा रहे हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।”

चंद्रबाबू नायडू ने भी जताया दुख

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और चंद्रबाबू नायडू ने भी सोशल मीडिया पर उनके लिए पोस्ट लिखा और कहा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के निधन के बारे में सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारी मित्रता अपने-अपने राज्यों में निवेश आकर्षित करने में साझा की गई प्रतिस्पर्धी भावना से कहीं आगे है। वह एक सच्चे नेता थे जिन्होंने हमेशा अपने लोगों के कल्याण को प्राथमिकता दी।इस कठिन समय में उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है।”

1932 को हुआ था जन्म

एसएम कृष्णा का जन्म 1 में 1932 को मद्दुर तालुका के सोमनहल्ली गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक और स्नातक की पढ़ाई मैसूर से की थी। उन्होंने बेंगलुरु के सरकारी कॉलेज से कानूनी पढ़ाई भी की थी। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआत से ही लोमद्दुर से विधायक के रूप में की थी। 1962 में वे एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीते। 1964 में उन्होंने विवाह किया था।