अल्मोड़ा: वनाग्नि आज एक गंभीर पर्यावरणीय संकट बन चुकी है, जिससे निपटने के लिए समुदाय और संस्थानों को मिलकर प्रयास करने होंगे। यह बात प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम वन प्रभाग अल्मोड़ा पी.के. धौलाखंडी ने लोक प्रबंध विकास संस्था द्वारा भैंसोड़ी में आयोजित निबंध प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने कहा कि बिनसर अभ्यारण्य, जो अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध था, अब “वनाग्नि क्षेत्र” के रूप में गूगल में खोजा जा रहा है। उन्होंने सभी से इस स्थिति को बदलने का आह्वान किया।
निबंध प्रतियोगिता में 463 छात्रों ने लिया भाग
लोक प्रबंध विकास संस्था द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में ताकुला, हवालबाग और भैंसियाछाना विकासखंडों के 36 विद्यालयों के 463 छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता को तीन वर्गों में विभाजित किया गया, जिसमें निम्नलिखित विषय दिए गए:
- गांव से बढ़ता पलायन – कारण एवं निवारण
- वनाग्नि – कारण एवं निदान
- आपको कौन सी ऋतु अच्छी लगती है?
संस्था के प्रयासों की सराहना
इस अवसर पर उपखंड विकास अधिकारी आनंद बल्लभ भट्ट ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं बच्चों के मौलिक विचारों को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं। संस्था के संचालक ईश्वर जोशी ने बताया कि यह प्रतियोगिता पिछले 28 वर्षों से आयोजित की जा रही है और इसका उद्देश्य बच्चों के परिवेश और सामाजिक मुद्दों को लेकर उनकी सोच को सामने लाना है।
विजयी प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित
प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में विजयी रहने वाले छात्र:
वरिष्ठ वर्ग (कक्षा 9-12)
प्रथम: सलोनी भाकुनी (राजकीय इंटर कॉलेज, भाकूना)
द्वितीय: पायल आर्या
तृतीय: बबीता बिष्ट (कृषि इंटर कॉलेज, विजयपुर पटिया)
चतुर्थ: करण सिंह
मध्यम वर्ग (कक्षा 6-8)
प्रथम: आरती बिष्ट (श्री राम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, डोटियाल गांव)
द्वितीय: दीपक नेगी (सर्व शिक्षा मिशन स्कूल, बसौली)
तृतीय: ईशिका लोहनी (राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, पनेरगांव)
चतुर्थ: दीक्षा बिष्ट (राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, सारकोट)
कनिष्ठ वर्ग (कक्षा 4-5)
प्रथम: पायल बिष्ट (राजकीय प्राथमिक विद्यालय, डोटियाल गांव)
द्वितीय: भावना पंत (शिशु मंदिर, ताकुला)
तृतीय: नंदिनी (सर्व शिक्षा मिशन स्कूल, बसौली)
चतुर्थ: चांदनी (अनूप सरस्वती शिशु मंदिर, बसौली)
संस्कृति संरक्षण की अपील
समारोह में ‘पहरू’ के संपादक डॉ. हयात रावत ने कुमाऊनी भाषा और संस्कृति को बचाने के लिए उनके संस्थान द्वारा चलाई जा रही मुहिम में शामिल होने की अपील की। विलेज वेज की निदेशक मनीषा पांडे ने बच्चों की प्रतिभा को उभारने में इस तरह के आयोजनों को महत्वपूर्ण बताया।
समारोह में 107 लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल, वन पंचायत संगठन के सुंदर सिंह पिलख्वाल, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र प्रसाद, ग्राम प्रधान दीपक नारायण भाकुनी, हेमंत कुमार, सुनील बाराकोटी, हिमांशु पांडे, गिरीश जोशी सहित कुल 107 लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता चंपा मेहता ने की, जबकि संचालन दीप्ति भोजक द्वारा किया गया।
निष्कर्ष
वनाग्नि जैसी गंभीर समस्या से निपटने के लिए समाज को एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है। इस प्रतियोगिता ने बच्चों को न केवल अपनी अभिव्यक्ति की शक्ति बढ़ाने का अवसर दिया, बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक समस्याओं पर सोचने और समाधान प्रस्तुत करने का भी मंच प्रदान किया।