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ऋण से अधिक धनराशि चुकाने के बावजूद जारी है बैंकों की वसूली, पुष्प उत्पादक परेशान

उत्तरा न्यूज डेस्क
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अल्मोड़ा। पुष्प उत्पादन के लिए बैंकों से कर्ज लेना पुष्प उत्पादकों के लिए जी का जंजाल बन गया है प्राकृतिक दुश्वारियां झेलने के बावजूद कृषको ने लगातार मलूधन चुकाया जो कुल लोन की राशि से भी अधिक है लेकिन फसल प्रभावित होने से उत्पादक ब्याज नहीं दे पाए अब कृषकों ने ब्याज की धनराशि माफ करने की मांग की है|
जिले के ब्रहमटाना व नगरखान के ग्रामीणों ने कृषकों को बैंकों द्वारा जारी ऋण वसूली वापस लिये जाने व ब्याज की धनराशि माफ किये जाने की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा हैं। उन्होंने डीएम से शीघ्र पुष्प उत्पादकों को बैंकों द्वारा जारी ऋण वसूली को वापस लिये जाने के निर्देश दिये जाने की मांग की। जिलाधिकारी को दिये ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा 2008 में पुष्प उत्पादन हेतु विभिन्न बैंकों से ऋण लिया गया था, जिसका भुगतान उनके द्वारा अनुदान सहित ऋण की धनराशि से भी ज्यादा किया जा चुका हैं। उन्होंने कहा कि ऋण भुगतान में विलंब इसलिए हुआ कि कुछ कारणों के चलते केंद्र सरकार की अनुदान की धनराशि अवमुक्त होने में बिलंब हुआ। इसलिए बैंक अधिकारियों एवं जिलाधिकारी के साथ हुई बैठक में बैंक अधिकारियों ने ब्याज की धनराशि माफ किए जाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि पुष्प उत्पादक ऋण की किस्तों एवं अनुदान मिलाकर ऋण से अधिक धनराशि बैंकों को वापस लौटा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 2010 में आई दैवी आपदा के कारण पुष्प उत्पादकों को भारी क्षति हुई तथा अधिकांश कृषकों का कार्य चौपट हो गया। इसलिए कृषक अब अधिक धनराशि देने में असमर्थ हैं। उन्होंने​ जिलाधिकारी से शीघ्र कृषकों को बैंकों द्वारा जारी ऋण वसूली वापस लिये जाने के निर्देश दिये जाने की मांग की। ज्ञापन में बसंत बल्लभ जोशी,नंदन सिंह, चंदन राम, भवान सिंह, राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, नरेंद्र सिंह सहित आदि ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं।