जम्मू : एयरफोर्स के टेक्निकल एरिया में रविवार रात करीब दो बजे महज पांच मिनट के अंतराल में दो धमाके हुए। जिसमें हवाई प्रतिष्ठान के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा है। इस स्थान की देखरेख का जिम्मा वायुसेना के हवाले है। दूसरा धमाका खुले क्षेत्र में हुआ। विस्फोट में वायुसेना के दो कर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं। किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ। मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। इस वारदात के बाद जम्मू में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
बता दें कि भारतीय सैन्य ठिकाने पर यह पहला ड्रोन अटैक हुआ है। इसको लेकर अभी तक वायुसेना की ओर से कोई बयान नहीं आया है। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने वायुसेना स्टेशन पर हुए दोहरे विस्फोट को आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने दोनों धमाकों में ड्रोन के इस्तेमाल से विस्फोटक सामग्री गिराने की आशंका जाहिर की है।
बता दें कि हवाई मार्ग से एयरपोर्ट से मकवाल बॉर्डर की दूरी करीब पांच किलोमीटर है। आशंका जताई जा रही है कि इस ड्रोन को सीमा पार से हैंडल किया जा रहा था। हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि विस्फोटों में आतंकवादी नेटवर्क की संभावित संलिप्तता समेत विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है। साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक भी हुई है।
एनआईए की टीम और एनएसजी कमांडो एयरपोर्ट पहुंचे हैं। इसके साथ ही डीआईजी सीआरपीएफ भी वायुसेना स्टेशन पहुंचे हैं। एयरपोर्ट में दो धमाकों की घटना से जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि वायुसेना स्टेशन पर आज पहले दो कम तीव्रता वाले विस्फोटों के बाद गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। जांच जारी है। उधर, वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, जो आधिकारिक दौरे पर बांग्लादेश में हैं, लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। मामले की जांच के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। पश्चिमी वायु कमांडर एयर मार्शल वीआर चौधरी जम्मू वायुसेना स्टेशन में हैं।
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन, अवंतीपोरा, उधमपुर समेत सभी एयरफोर्स स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जम्मू में हाई अलर्ट है। माता वैष्णो देवी धाम के साथ ही अन्य प्रमुख स्थलों की सुरक्षा कड़ी की गई है। एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन घुसने की घटना सुरक्षा संबंधी कई सवाल खड़े कर रही है। बता दें कि पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में लगातार ड्रोन के जरिए रेकी कर रहा था।