अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के युवा बैडमिंटन स्टार और अर्जुन पुरस्कार विजेता लक्ष्य सेन से संबंधित बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार बेंगलुरु में बैडमिंटन एकेडमी चलाने वाले नागराजा एमजी की शिकायत के बाद बेंगलुरु पुलिस ने लक्ष्य और उनकी बैडमिंटन एकेडमी के एक कोच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एफआईआर में नामित लोगों में लक्ष्य, उनके कोच विमल कुमार, उनके पिता धीरेंद्र सेन, उनके भाई चिराग और मां निर्मला सेन के नाम शामिल हैं। लक्ष्य सेन पर उम्र का गलत विवरण देने का आरोप लगा है।
नागराजा का आरोप है कि लक्ष्य के कोच विमल ने 2010 में लक्ष्य के माता-पिता के साथ मिलकर एक जन्म प्रमाण पत्र बनाया, जिसमें चिराग और लक्ष्य के उम्र में हेराफेरी की गई है। इससे वह आयु-समूह टूर्नामेंट में भाग लेने में सक्षम हो गए। अन्यथा वह प्रतिस्पर्धा करने में अयोग्य होते।
शिकायतकर्ता का कहना है कि कर्नाटक बैडमिंट एसोसिएशन और कोच विमल कुमार के सहयोग से लक्ष्य ने आयु वर्ग से नीचे के प्रतियोगियों के खिलाफ खेलना शुरू किया। साथ ही उम्र को लाभ के रूप में इस्तेमाल करते हुए लक्ष्य ने कई टूर्नामेंट जीते और सरकार से कई लाभ प्राप्त किए। इससे अन्य प्रतिभाशाली बच्चों का नुकसान हुआ।
शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि लक्ष्य का जन्म 1998 में हुआ, जबकि रिकॉर्ड बताते हैं कि लक्ष्य का जन्म 2001 में हुआ था। वहीं लक्ष्य के कोच विमल कुमार ने आरोपों से इनकार किया है। कहा कि मुझे तो शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों की जानकारी भी नहीं है। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है। लक्ष्य हमारे एकेडमी में आया और मैंने उसे 2010 से किसी भी अन्य बच्चे की तरह प्रशिक्षित किया।