फार्मासिस्ट के साथ मारपीट: आरोपियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर हड़ताल में गये चिकित्सा कर्मी

पिथौरागढ़। जिला अस्पताल पिथौरागढ़ के एक फार्मासिस्ट ने कुछ लोगों पर उनका किडनैप कर मारपीट करने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने के बाद बृहस्पतिवार…

पिथौरागढ़। जिला अस्पताल पिथौरागढ़ के एक फार्मासिस्ट ने कुछ लोगों पर उनका किडनैप कर मारपीट करने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने के बाद बृहस्पतिवार को अस्पताल के चिकित्सक और अन्य स्टाफ हड़ताल पर चले गये। उन्होंने मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जिला अस्पताल से नगर कोतवाली तक प्रदर्शन भी किया। जिसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन-चार अन्य आरोपी फरार हैं। घटना से क्षुब्ध चिकित्सकों व अन्य स्टाफ का कहना है कि हड़ताल आगे जारी रखने को लेकर शुक्रवार सुबह निर्णय लिया जाएगा। वहीं हड़ताल के चलते बृहस्पतिवार को अस्पताल में भर्ती मरीजों व बाहर से आने वाले अन्य मरीजों को दिनभर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार नगर क्षेत्र की जगदंबा काॅलोनी में किराये पर रहने वाले गोपाल सिंह बिष्ट जिला अस्पताल में फार्मासिस्ट हैं। गोपाल सिंह द्वारा बीती बुधवार रात करीब 11 बजे कोतवाली में नामजद तहरीर दी गई। आरोप है कि बुधवार देर शाम नगर से सटे ग्राम पौण निवासी 26 वर्षीय सुन्दर सिंह वल्दिया तथा ग्राम टकाड़ी निवासी 38 वर्षीय खड़क सिंह कुंवर तीन-चार अन्य लोगों के साथ जबरन उसके कमरे में घुसे फार्मासिस्ट गोपाल सिंह को कमरे से बाहर लाकर ग्राम हुड़ेती की तरफ ले गए। इस दौरान आरोपियों ने फार्मासिस्ट के साथ गालीगलौज कर काफी मारपीट की। बाद में उसे छोडकऱ चले गए। इसके बाद गोपाल सिंह ने अस्पताल अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और कुछ लोगों की मदद से रात में नगर कोतवाली पहंुचकर मामले की तहरीर दी।
इधर घटना के विरोध में जिला अस्पताल के चिकित्सक और अन्य स्टाफ बृहस्पतिवार को हड़ताल पर चला गया। उन्होंने कोतवाली में प्रदर्शन भी किया। मामले के तूल पकड़ने पर कोतवाली पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 452 और 365 के तहत मामला दर्ज कर दोपहर में दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर आरोपी खड़क सिंह के गांव वालों का कहना है कि मंगलवार शाम खड़क सिंह अपने किसी रिश्तेदार को देखने अस्पताल गया था। इस दौरान मरीज को उचित उपचार न दिये जाने को लेकर उसने अस्पताल स्टाफ के समक्ष आपत्ति जताई, जिसको लेकर कहासुनी भी हुई। जिसके बाद पुलिस उसे थाने ले गई। इसके बाद ही बुधवार शाम का घटनाक्रम सामने आया। बहरहाल ग्रामीणों का कहना है कि मामले को ज्यादा तूल दिया जा रहा है।
वहीं प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष और जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. एचएस खड़ायत का कहना है घटना बेहद आपत्तिजनक है, जिसके विरोध में अस्पताल के डाॅक्टर और अन्य स्टाफ हड़ताल पर हैं। आगे की रणनीति के लिए शुक्रवार सुबह की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। कोतवाल ओपी शर्मा का कहना है कि दो नामजद आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया गया है और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने हड़ताल जल्द खत्म होने की उम्मीद जताई।