शानदार कार्य— अनाथ बालिका का पिता की तरह किया सहयोग, विदाई के वक्त छलक आई पूर्व विधायक ललित की आंखे, पूरे क्षेत्र में हो रही इस शानदार कार्य की चर्चा

बागेश्वर—। लड़की की शादी में कन्यादान और ​विदाई दो ऐसे क्षण होते हैं जिसमे कठोर से कठोर हृदय वाले की आंखे भी भर आती हैं।ऐसे…

lalit farswan
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फोटो— पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण दूल्हे के बगल में

बागेश्वर—। लड़की की शादी में कन्यादान और ​विदाई दो ऐसे क्षण होते हैं जिसमे कठोर से कठोर हृदय वाले की आंखे भी भर आती हैं।ऐसे में यदि पुरानी यांदे याद आ जाय तो आंख छलकना लाजमी है। पुरानी यांदो के सुखद अहसास का गवाह बने कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण जो एक ऐसे ही माहौल के साक्षी बने जब नियति की चोट से अनाथ हो चुकी एक बालिका को आगे बढ़ उन्होंने न केवल ढांढस दिया बल्कि उसकी पढ़ाई और लिखाई का प्रबंध किया वहीं बुधवार यानी पांच जून को उसके विवाह में शामिल होकर अपनी जिम्मेदारी निभाई। लेकिन विदाई के ऐन वक्त जब वह बालिका पूर्व विधायक के स्नेह को नहीं भुला पाई और उनसे लिपट गई यह दृश्य लोगों को अंदर तक भावुक कर गया।

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कमस्यार घाटी क्षेत्र कांडा के अंतिम गांव तुषरेणा का यह प्रसंग है। रेवती नाम की एक बालिका 2012 में जब कक्षा 8 या नौ में पढ़ती थी नियति की चोट से अपने माता पिता को खो बैठी। सर से माता पिता का साया उठ जाने के बाद वह एकदम अनाथ हो गई हालांकि लालन पालन की जिम्मेदारी उसके चाचा चाची ने संभाली। लेकिन अन्य जरूरतों और पढ़ाई के लिए आगे आए कपकोट के तत्कालीन विधायक ललित फर्स्वाण उन्होंने इस अनाथ को एक प्रकार से गोद लेते हुए उसकी शिक्षा की सारी जिम्मेदारी उठाई,साथ ही कक्षा बारवी कक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद इसकी शादी के गहने और अन्य समाग्री उपलब्ध उपलब्ध करा उसे अहसास ही नहीं होने दिया कि उसके मां बाप नहीं हैं। बुधवार को जब शादी हो रही थी अचानक ललित फर्स्वाण को देख कर रेवती भावुक हो गयी, तो उनसे जाकर लिपटकर रोने लग गयी, ऐसा माहौल देख कर पूर्व विधायक के साथ समस्त जनता भी भावुक हो गयी अपने आँशु नही रोक पाई, एक ऐसा भावुक दृश्य जहाँ बेटी अपने पिता को देखकर रोटी है और पिता अपनी बेटी को देखकर। सोशल मीडिया में यह प्रसंग अब तेजी से वायरल हो रहा है जहां हर कोई विधायक की सराहना कर रहा है। युवती का पति फार्मासिस्ट है।

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ललित फर्स्वाण ने बताया कि यह युवती उस समय 8 या 9 में पढ़ती होगी। उन्हें उस क्षेत्र के पत्रकार पंकज डसीला ने उस बच्ची के बारे में बताया और क्षेत्र के लोगों के सहयोग से आज उस बच्ची का घर संसार बस गया है। उसका कन्यादान चाचा चाची ने किया। उन्होंने बताया कि बच्ची की शादी में पूरे गांव के लोगों ने सहयोग दिया । सारे लोग विवाह समारोह को सपन्न बनाने में जुटे रहे। चंतोला के प्रधान राजेंद्र प्रसाद,ग्राम प्रधान सतीश उप्रेती, पूर्व प्रधान रामलाल आदि का बच्ची का घर बसाने में योगदान रहा।