नेपाली मूल के लोगों को खाल (skin)बेचता था पूर्व सैनिक(ex army person)
चंपावत सहयोगी— 27 फरवरी — चंपावत जिले के बाराकोट में एक पूर्व सैनिक(ex army person) को पुलिस ने गुलदारों की तीन खालों के साथ गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी लंबे समय से इस कार्य में लगा था और उसने स्वीकार किया है कि अपनी लाइसेंसी बंदूक से उसने गुलदारों को ठिकाने लगाया है.वह सेना से रिटायर्ड होने बात वर्तमान में बैंक में कार्यरत था.
एसपी लोकेश्वर सिंह के नेतृत्व में जनपद में चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस व एसओजी की टीम ने बाराकोट के एक पूर्व फौजी जो कि वर्तमान में एक बैंक में गार्ड के रूप में कार्यरत है को गुलदार की तीन खालों के साथ गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि ये फौजी लंबे समय से गुलदार को मार कर उनकी खालों की तस्करी के धंधे में लिप्त था. वह खालों को नेपाल में बेचता था.
पुलिस, एसओजी व वन विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर बाराकोट में छतरी चौराहे के पास से एक बगैर नंबर की स्कूटी में गुलदार की तीन खालों को लेकर जा रहे राजेंद्र नाथ गोस्वामी (45) निवासी पटयूड़ा बाराकोट थाना लोहाघाट को गिरफ्तार किया.
उसके पास से बरामद गुलदार की तीनों खालों में से एक की लम्बाई 6 फीट 10 इंच, उम्र 7 वर्ष लगभग, दूसरे की लम्बाई 7.50 फीट, उम्र 9 वर्ष लगभग तथा तीसरे की लम्बाई 7 फीट उम्र 9 वर्ष लगभग पायी गयी.
आरोपी को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने यह तीनों गुलदार स्वयं अपने लाईसेन्सी बन्दुक से काली कुमाऊं रेन्ज बाराकोट के जंगलो से मारे हैं.
गुलदार की खालों को वह नेपाल मूल के लोगों को बेचता था. जिससे ये खाले नेपाल में बेची जाती थी तथा नेपाली तस्करों के माध्यम से अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेची जाती थी.
पुलिस ने बताया कि आरोपी राजेन्द्र भूतपूर्व सैनिक है तथा वर्तमान में वह कॉपरेटिव बैंक बाराकोट में कार्यरत है.
बताया जा रहा है कि आरोपी राजेंद्र ने पहले भी कई गुलदारों को मार कर उसके अंगों को नेपाल में बेचा है.
टीम में एसओजी प्रभारी विरेंद्र रमौला, एसआई हेमंत कठैत, एसआई देवेन्द्र मेहता, कांस्टेबल दीपक प्रसाद, राकेश् रौंकली, मनोज बैरी, मतलूब खान, धर्मवीर सिंह, सद्दाम हुसैन, भुवन पांडेय, उत्तम नाथ गोस्वामी वन दरोगा काली कुमाऊं रनेज, गिरिश जोशी बीट अधिकारी शामिल थे .